भिण्ड, 05 जून। आलमपुर नगर के वार्ड क्र.12 में स्थित भैरवनाथ मन्दिर परिसर में सात दिवसीय संगीतमय श्रीमद् भागवत सप्ताह ज्ञान यज्ञ का आयोजन किया जा रहा है। कथा के चौथे दिन भगवान श्रीकृष्ण का जन्मोत्सव धूमधाम से मनाया गया। कृष्ण जन्म के प्रसंग शुरू होते ही पांडाल में मौजूद श्रद्धालु नंद के घर आनंद भया जय कन्हैया लाल की भजनों के साथ झूम उठे। वहीं श्रृद्धालुओं ने आतिशबाजी कर माखन मिश्री के प्रसाद का भोग लगाकर वितरित किया।
इस अवसर पर पं. रमाकांत खेमरिया (शास्त्री) ने कहा कि जीवन में जब भी भगवत नाम सुनने का अवसर प्राप्त हो, उससे विमुख नहीं होना चाहिए। उन्होंने भागवत महापुराण के विभिन्न प्रसंगों का वर्णन करते हुए बताया कि जब-जब धरती पर अधर्म बढ़ता है, तब-तब परमात्मा अवतार धारण करके धरती पर धर्म की स्थापना करते हैं। उन्होंने कृष्ण जन्म की कथा के पूर्व भगवान राम के अवतार की लीला का वर्णन किया। उन्होंने कहा कि भगवान राम ने आदर्श स्थापित किया है, वह आज भी प्रासंगिक है। राम जन्म, ताडक़ा वध, राम विवाह, वनवास, रावण वध सहित राम राज्याभिषेक पर सुंदर व्याख्यान दिया। उन्होंने कहा कि द्वापर में जब कंस के अत्याचार बढ़े तो श्रीकृष्ण ने अवतार लेकर मुक्ति दिलाई। श्रीमद् भागवत में परीक्षत पंचम सिंह चौहान, राजवीर सिंह चौहान, रामवीर सिंह चौहान, जितेन्द्र सिंह, संजय सिंह, पुरुषोत्तम चौहान, मानवेन्द्र चाहौन, अजय चौहान एवं तमाम श्रोता उपस्थित रहे।