स्वयं को सशक्त करने के साथ देश को भी सशक्त बनाना है : डॉ. मंदाकिनी शर्मा

गेंथरी माता मन्दिर पर रासेयो इकाई शिविर का द्वितीय दिवस

भिण्ड, 01 मार्च। शा. महाविद्यालय आलमपुर की राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई के सात दिवसीय विशेष शिविर के द्वितीय दिवस बुधवार को प्रार्थना, योग और परिसर की साफ सफाई के साथ आरंभ हुआ। बौद्धिक सत्र में डॉ. मंदाकिनी शर्मा और प्रो. अनिल चौधरी ने विचार व्यक्त किए।
इस अवसर पर डॉ. मंदाकिनी शर्मा ने कहा कि राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयं सेवकों में समाजसेवा, स्वास्थ्य सेवा, संस्कार और मानवीयता का भाव होना चाहिए। स्वयं को सशक्त करने के साथ देश को भी सशक्त बनाना है। नई पीढ़ी को भी संस्कारित करना है। महिलाओं के समक्ष अनेक चुनौतियां हैं, उनका सामना करना सीखें।

बौद्धिक सत्र के दूसरे वक्ता प्रो. अनिल चौधरी ने कहा कि विद्यार्थी परिश्रमी और जागरुक बनें। परिश्रम से ही लोग महान बनते हैं। उन्होंने एक उदाहरण देते हुए कहा कि दूध की कीमत कम होती है, दूध जब दही बन जाता है तो उसकी कीमत बढ़ जाती है और दही जब मथकर घी या मक्खन बन जाता है तो उसकी कीमत और अधिक बढ़ जाती है। आप भी अपने आपको मथिए और महान बनिए। लाखन सिंह और बलवीर सिंह एनएसएस ताली बजाना सिखाया। एनएसएस कार्यक्रम अधिकारी प्रो. भगवान सिंह निरंजन ने संचालन किया। इस अवसर पर डॉ. शिवेन्द्रमणि शुक्ल, राजकुमार परिहार सहित बड़ी संख्या में एनएसएस के स्वयं सेवक उपस्थित थे।
विदित हो कि गेंथरी माता मन्दिर पर आयोजित राष्ट्रीय सेवा योजना शिविर का शुभारंभ महाविद्यालय प्राचार्य डॉ. विजय कुमार शर्मा एवं ग्राम पंचायत गेंथरी की सरपंच श्रीमती कमलेशी कौरव के मुख्य आतिथ्य में गत मंगलवार को संपन्न हुआ था। जो छह मार्च तक आयोजित किया जाएगा।