भिण्ड, 23 अक्टूबर। दीपावली का पांच दिवसीय पर्व शनिवार को धनतेरस के साथ शुरू हो गया है। भिण्ड जिले में सोमवार को दीपावली मनाई जाएगी। इस वर्ष सूर्य ग्रहण पडऩे के कारण गोबर्धन पूजा मंगलवार को न होकर बुधवार को की जाएगी। भिण्ड जिले में कुछ लोगों ने रविवार को भी धनतेसर के साथ रूप चतुर्दशी का पर्व मनाया।
दीपावली रोशनी का पर्व है, यह त्योहार हर साल कार्तिक कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि को मनाया जाता है। मान्यता के अनुसार इस दिन भगवान श्रीराम 14 साल के बाद वनवास के बाद अयोध्या लौटे थे। एक अन्य मान्यता है कि दिवाली के दिन ही मां लक्ष्मी प्रकट हुई थीं। इस कारण इस दिन लक्ष्मी पूजन किया जाता है। जबकि बाल्मीकि रामायण में वर्णित है कि इस दिन भगवान विष्णु संग मां लक्ष्मी का विवाह हुआ था। दीवाली की शाम को उत्तम मुहूर्त में लक्ष्मी-गणेश और भगवान कुबेर की पूजा का विशेष महत्व है। ज्योतिषाचार्य पं. कौशलेन्द्र मिश्रा के अनुसार अनुसार हर साल दिवाली का त्योहार कार्तिक अमावस्या तिथि को मनाया जाता है। इस बार दिवाली 24 अक्टूबर दिन सोमवार को है। इस साल दिवाली पर सूर्य ग्रहण का साया है, क्योंकि अमावस्या तिथि में सूर्य ग्रहण का सूतक काल प्रारंभ हो रहा है। दिवाली के दिन माता लक्ष्मी और गणेश जी की पूजा करने से धन, वैभव और शुभता में वृद्धि होती है।
दीपावली का शुभ मुहूर्त
काशी विश्वनाथ ऋषिकेश पंचांग के अनुसार इस साल कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि 24 अक्टूबर रविवार को शाम पांच बजकर चार मिनट से प्रारंभ हो रही है और यह तिथि अगले दिन 25 अक्टूबर सोमवार को शाम चार बजकर 35 मिनट तक मान्य है। दिवाली पर भगवान गणेश, माता लक्ष्मी और कुबेर की पूजा अमावस्या तिथि में रात्रि के समय होती है। इस वजह से 24 अक्टूबर सोमवार को हस्त नक्षत्र के बाद चित्रा नक्षत्र और विष्कुंभ योग में दिवाली पूजन और दीपदान होगा। लक्ष्मी पूजा मुहूर्त 24 अक्टूबर को शाम छह बजकर 53 मिनट से रात आठ बजकर 16 मिनट तक रहेगा।
छह दिन का त्योहार
ज्योतिषाचार्य पं. कौशलेन्द्र मिश्रा के अनुसार इस साल दिवाली का त्योहार 22 अक्टूबर से धनतेरस से प्रारंभ होकर 27 अक्टूबर को भाई दूज के साथ खत्म होगा। 24 नवंबर सोमवार को दिवाली है और अगले दिन सूर्य ग्रहण लग रहा है, इसलिए दिवाली के अगले दिन गोवर्धन पूजा नहीं होगी, वह दूसरे दिन 26 अक्टूबर को होगी। ऐसे ही भाई दूज भी इस इस साल दिवाली के दूसरे दिन न होकर तीसरे दिन 27 अक्टूबर को है। इसी तरह से दिवाली का त्योहार इस बार पांच दिन के बजाय छह दिन का होगा।
बाजारों में रही चलह-पहल
दीपावली के त्यौहार के मद्दनजर भिण्ड बाजार में रविवार को काफी चलह-पहल देखने को मिली। बाजारों में ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्र से लोग दीपावली की सौदा करने पहुंचे। बाजार में लगी लक्ष्मी-गणेश की मूर्तियां, कलेण्डर, दीये, खीलें-गट्टा, मिठाई, कपड़े, ज्वैलरी, इलैक्ट्रोनिक्स, आतिशबाजी की दुकानों पर खरीददारों की भीड़ रही।
साफ-सफाई में जुटे लोग
दीपावली के त्यौहार को देखते हुए लोगों को अपने-अपने घरों एवं प्रतिष्ठानों की साफ-सफाई कर आकर्षक लाईटिंग करते हुए देखा गया। तो वहीं ग्रामीण क्षेत्र में लोगों ने अपने-अपने घरों रंगाई-पुताई कर घर को सजाया है। वहीं जिले के मन्दिरों में आकर्षक साज-सज्जा की गई है।