भिण्ड, 22 सितम्बर। भारत जोड़ो यात्रा के संबंध में यात्रा के संयोजक राजा दिग्विजय सिंह ने 23 अगस्त को दिल्ली में भिण्ड जिले से पार्टी के प्रति संघर्षशील नेता ब्रजकिशोर शर्मा (कल्लू) को बुलाकर यात्रा संबंधी विशेष जिम्मेदारी सौंपी।
ब्रजकिशोर शर्मा कल्लू जानकारी देेते हुए बताया कि चार सितंबर को कन्या कुमारी पहुंचे और पांच सितंबर की सुबह यात्रा संबंधी शिविर के संयोजक तमिलनाडु कांग्रेस कमेटी के द्वारा कांग्रेस सेवादल के मुख्य संगठक विजयन ने सभी यात्रा में पहुंचे पद यात्रियों का परिचय कराया, यह प्रशिक्षण शिविर पांच से सात सितंबर तक दोपहर 12 बजे तक चला। शाम चार बजे कन्याकुमारी में गांधी मण्डपम में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सभी राज्यों के प्रदेश अध्यक्ष विधायक दल के नेताओं का तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टेलन ने स्वागत किया। भारत जोड़ो पदयात्रा चार दिन तमिलनाडु के विभिन्न शहरों से गुजर कर केरल में प्रवेश हुई केरल में 17 दिन अलग-अलग जिलों और तहसील पर भारत जोड़ों पदयात्रा चली और रात्रि विश्राम किया। सात सितंबर को शाम पांच बजे गांधी मंडपम में प्रार्थना सभा होने के बाद माधुरी राहुल गांधी और तमिलनाडु प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष विधायक दल के नेता कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खडग़े, अधीर रंजन चौधरी, यात्रा के संयोजक दिग्विजय सिंह, राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं के साथ कांग्रेस सेवादल की टुकड़ी राष्ट्रीय ध्वज लेकर के आगे रवाना हुई। उसके बाद भारत के कोने-कोने से पधारे पदयात्री कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और आखरी में सुरक्षा घेरे के साथ राहुल गांधी ने पदयात्रा शुरू की। शाम को राहुल गांधी ने एक विशाल सभा को संबोधित किया, जिसमें सभी राज्यों के कांग्रेस अध्यक्ष कांग्रेस कार्यसमिति के सदस्य मोर्चा संगठनों के अध्यक्ष विधायक दल के नेताओं ने भाग लिया। लगभग 40 हजार कांग्रेस कार्यकर्ता और भारत देश के कोने-कोने से पधारे पद यात्रियों ने राहुल गांधी के साथ पदयात्रा में चलने का संकल्प लिया, रात्रि में विश्राम कन्याकुमारी के एक फार्म हाउस पर हुआ।
ब्रजकिशोर शर्मा ने बताया कि आठ सितंबर को सुबह ध्वज वंदन कार्यक्रम के साथ वंदे मातरम, झण्डा गीत और राष्ट्रगान के साथ राहुल गांधी के नेतृत्व में राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, कांग्रेस संगठन के महासचिव वेणुगोपाल, यात्रा के संयोजक दिग्विजय सिंह के नेतृत्व में भारत जोड़ो पदयात्रा शुरू हुई, जो दोपहर उमावि सुचिंद्रम तमिलनाडु पहुंची, यहां पर तीन घण्टे सभी पद यात्रियों ने भोजन करने के बाद विश्राम किया। शाम चार बजे सुचिंद्रम से पदयात्रा शुरू हुई नागरकोइल में पहुंची। रात्रि विश्राम किया। नौ सितंबर की सुबह 6:30 पर झण्डा वंदन के बाद नागरकोइल से भारत जोड़ो पदयात्रा शुरू हुई, जो रात को 24 किमी पदयात्रा करने के बाद तिरुअनंतपुरम के बॉर्डर पर पहुंची, जहां रात्रि विश्राम किया। 10 सितंबर को सुबह तमिलनाडु के तिरुवनंतपुरम शहर से पदयात्रा शुरू हुई रात्रि को केरल बॉर्डर पर पहुंची, वहां पर ही रात्रि विश्राम हुआ। 11 सितंबर को सुबह यह तिरुअनंतपुरम केरला में प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष एवं विधायक दल के नेता वीडी श्रीवासन ने अपने सभी सांसदों, विधायकों के साथ पदयात्रा लेकर चल रहे राहुल गांधी का स्वागत अभिनंदन किया। हजारों की संख्या में लोगों ने पद यात्रियों का मनोबल बढ़ाया। 11 सितंबर को केरल के ग्रामीण क्षेत्र तिरुअनंतपुरम में लोगों ने राहुल गांधी का अपने प्रदेश की संस्कृति से स्वागत अभिनंदन किया। भारत जोड़ो पदयात्रा शाम को तिरुवनंतपुरम पहुंची, वहां पर रात्रि में राहुल गांधी का भव्य स्वागत हुआ व रात्रि विश्राम तिरुअनंतपुरम में हुआ। 12 सितंबर को सुबह 6:30 बजे झण्डा वंदन के बाद यात्रा की शुरुआत हुई, दोपहर में विश्राम के बाद पद यात्रियों का भोजन हुआ, उसके बाद अगले पड़ाव के लिए शाम चार बजे रवाना हुई, केरला में रात्रि विश्राम हुआ। 13 सितंबर को यात्रा सुबह त्रिवेंद्रम से शुरू होकर निरंतर आगे बढ़ती रही। जिसमें यात्रा के दौरान पडऩे वाले गांव, कस्बे, नगरों में महिला, पुरुष, बच्चे घरों से निकल कर भारत जोड़ो यात्रा के नेताओं का तहेदिल से पुष्प वर्षा कर स्वागत सत्कार करते हुए यात्रा में वंदेमातरम का गायन करते हुए शामिल होकर आगे बढ़ रहे हैं। इस सुखद अनुभूति का नजारा अद्भुत दृष्टिगोचर प्रतीत होता है, गगनचुंबी राष्ट्र ध्वज फहराता हुआ सबका मन मोह लेता है।
देश व जनहित में राजा दिग्विजय सिंह की सादगी व समर्पण
भारत जोड़ो यात्रा देश वासियों को अतीत के आइने में झांकने पर विवश करते हुए राहुल गांधी के आव्हान पर देश वासियों ने घर छोड़कर गांधीजी के पीछे यात्रा में चलने का संकल्प लेते हुए गांव, गली-मोहल्लों से आवाजें निकलने लगी और देखते ही देखते चारों और से लोग सड़कों पर आ गए। आज देश के नेता राहुल गांधी के साथ समूचा देश उमड़ पड़ा है। भारत जोड़ो यात्रा के संयोजक राज्यसभा सांसद राजा दिग्विजय सिंह की नर्मदा यात्रा ने मप्र में उवाल लाकर तूफान खड़ा कर दिया था, जिसकी परिणति में मप्र से भाजपा को सत्ता गंवानी पड़ी, आज पुन: राजा दिग्विजय सिंह ने भारत जोड़ो यात्रा में संयोजक के रूप में यात्रा के नेतृत्व का बीड़ा उठाकर देश वासियों की अंतरात्मा को झंजोड़ कर रख दिया है। राजा दिग्विजय एक सामान्य आम आदमी की तरह जमीन पर सो कर देश और देशवासियों को देश के प्रति निष्ठावान होकर संकल्पित भावना के साथ दिलोजान से राष्ट्रभक्त होकर देश के लिए न्योछावर होने की स्वप्रेरणा से ओतप्रोत होने की प्रेरणा देती है। जो न जाउं वन ऐसे हूं काजा, प्रथम गनिये मोहि मूंढ समांजा।