भिण्ड, 20 अप्रैल। शहर में घायल, चोटिल एवं आवरा पशुओं के नि:शुल्क संचालित पशु आश्रम ‘इंसानियत युवा मण्डल समिति’ ने वानर देव के रहने के लिए एक पिंजरा बनवाया है।
समिति के अध्यक्ष अनंत इंसानियत में बताया कि कई सारे घायल बानर देव आते हैं और जो स्वस्थ हो जाते हैं, उनको अच्छे वातावरण में छोड़ दिया जाता है एवं जिनका इलाज दीर्घकाल तक चलता है, वह हमारे साथ ही रहते हैं। इन वानरों का हमसे इतना लगाव हो जाता है, ये तब भी कहीं नहीं जाते, इन्हें हम खुला भी रखते है और हमारे साथ ही रहते हैं। हमारा पिंजड़ा बमकने का मुख्य कारण इनके रहने की उचित व्यवस्था अभाव। क्योंकि इनको जब हम अपने कापरों पर रखते थे तो हमारा सामान तोड़कर नुकसान कर देते थे और आश्रम में रखते थे तो अन्य जानवर जैसे बिल्ली, श्वानों आदि के कारण मजबूरन इन्हें बाधकर रखना पड़ता है और खुले में रहने का स्वभाव होने के कारण इन्हें बांधने पर बीखने-चिल्लाने लगते हैं। पिजड़े का वजन लगभग 200 किलो से ज्यादा है और दिखने में कमरे जितना बड़ा है। इसको बनवाने में लगभग 25 हजार रुपए का खर्चा आया। अभी समिति के सभी सदस्यों ने आपस में पाई-पाई जोड़ कुल राशि का आंशिक हिस्सा ही चुकाया है। हमारी समिति का आपसे अनुरोध है कि यदि आपको कहीं भी घायल पशु-पक्षी मिले तो आप हमसे 9039253042 पर संपर्क करें एवं इस नेक कार्य का हिस्सा बनें।