भाजपा स्थापना दिवस विशेष-
भिण्ड, 06 अप्रैल। भारतीय जनता पार्टी का बुधवार को 42वां स्थापना दिवस था, भाजपा पं. दीनदयाल उपाध्याय और डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी के अनुशरण पर अंतिम छोर के व्यक्ति की चिंता करने वाली पार्टी है, उक्त पार्टी का जनसंघ से भाजपा के रूप में आज 42वां स्थापना दिवस समारोह मनाया गया।
आज हम स्थापना दिवस के अवसर पर बात करते हैं भिण्ड जिले के लहार विधानसभा क्षेत्र के वरिष्ठ भाजपा नेता हृदेश शर्मा की, जिन्होंने पार्टी को युवामोर्चा के समय से लेकर 2018 के विधानसभा उपचुनाव तक मेहनत से कार्य करते हुए संघर्ष मय स्थिति में लाकर खड़ा किया, फिर शर्मा द्वारा लहार में तत्कालीन भाजपा प्रदेश अध्यक्ष प्रभात झा का एक विशाल पांच हजार कार्यकर्ताओं के कार्यक्रम का आयोजन करवाया गया और पार्टी को मजबूती में लाने की आधारशिला रखी, जिसके क्रम में अनेकों युवा तरुणाईयों को पार्टी से जोड़ कर पार्टी की मुख्यधारा में शामिल किया गया।
भाजपा के वरिष्ठ नेता जिन्होंने जनसंघ से लेकर पार्टी के कार्यालय निर्माण में प्रमुख भूमिका निभाई पूर्व राज्यसभा सदस्य रघुनंदन शर्मा के संपर्क ने युवा नेता हृदेश शर्मा के अन्दर पार्टी के लिए कार्य करने का जुनून पैदा किया। लगभग सात वर्ष के लिए समर्पित होकर कार्य 2013 में भाजपा ने न केवल विधानसभा चुनाव जीता, बल्कि बेहतरीन प्रदर्शन किया। इसी दौरान भाजपा और कांग्रेस की जातिगत राजनीति ने शर्मा के राजनैतिक भविष्य पर प्रभाव डाला। लेकिन श्री शर्मा पार्टी हितैषी कार्य के लिए हमेशा सक्रिय भी रहे, इस दौरान जातिवाद का भी आरोप लगा। शर्मा ने जिले में लोकसभा चुनाव से लेकर नगर पालिका, जनपद पंचायत के चुनाव में भी सक्रियता से कार्य किया।
2018 के विधानसभा चुनाव में पार्टी की नजदीकी हार को लेकर प्रदेश में कमलनाथ सरकार ने क्षेत्रीय संतुलन के कारण प्रभावित किया, लेकिन श्री शर्मा पार्टी के वरिष्ठ नेता रघुनंदन शर्मा के मार्गदर्शन में संघर्ष करते रहे 10 अक्टूबर 2019 को ज्योतिरादित्य सिंधिया को राजमाता विजयाराजे सिंधिया की भाजपा पार्टी होने का एहसास कराते हुए कांग्रेस छोड़ देशहित में भारतीय जनता पार्टी में शामिल होने का आव्हान किया। जिसका सकारात्मक असर 11 मार्च को सिंधिया की भाजपा में सदस्यता के रूप में मिला और विधायकों के इस्तीफे हुए, कमलनाथ सरकार अल्पमत आई और शिवराज सिंह चौथी बार मुख्यमंत्री बने। इस दौरान पार्टी के जिलाध्यक्ष नियुक्त करने हेतु भी नाम जबरजस्त उछला, लेकिन पद का मोह नहीं रहा।
पार्टी सूत्रों की मानें तो अभी भी जिला कार्य समिति के लिए महामंत्री हेतु शर्मा का नाम था, जिला की गुटीय राजनीत में इन्वॉल्व नहीं होने से नाम रुका। लेकिन हृदेश शर्मा के समर्पण और निष्ठाओं में कोई कमी नहीं रहीं और पार्टी हितेषी कार्य के लिए हमेशा सक्रिय रहते है। किसान परिवार से ताल्लुक रखने के कारण भी कई बार उन्हें नुकसान उठाना पड़ा, लेकिन उनकी निष्ठा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और ग्रह मंत्री अमित शाह के प्रति हमेशा रही, उनके पद चिन्हों पर चलते हुए गरीब किसान परिवार से ताल्लुक रखने के कारण उन्हें कुछ ज्यादा पार्टी में नहीं मिल पाया।