भिण्ड, 02 अप्रैल। श्री 1008 भगवान महावीर स्वामी की समोशरण स्थली अतिशय क्षेत्र बरासों जैन मन्दिर में विराजमान मप्र शासन के राजकीय अतिथि मेडिटेशन गुरू विहसंत सागर महाराज, श्रमण मुनि विश्वसूर्य सागर महाराज के ससंघ सानिध्य में तीन वर्षों बाद टीले वाले मन्दिर में भगवान का दिव्य महामस्तकाभिषेक करने का प्रथम कलश गौरव जैन मैनपुरी, द्वितीय कलश सुमित प्रकाश जैन चिलोंगा, तृतीय कलश पंकज जैन घिरोर परिवार को प्राप्त हुआ। साथ ही अन्य श्रृद्धालुओं ने धोती दुपट्टा एवं कलश लेकर अभिषेक किया गया। कार्यक्रम के आरंभ में गणाचार्य विराग सागर महाराज के चित्र का अनावरण जिला पंचायत सीईओ जेके जैन, श्रीमती गीता जैन, सुमेर जैन ने किया।
इस अवसर पर मेडिटेशन गुरू विहसंत सागर महाराज ने कहा कि देवों द्वारा निर्मित लगभग 2500 वर्ष पुराना प्राचीन मन्दिर जहां भगवान महावीर स्वामी का तीन बार समोशरण आया था। इस समोशरण स्थली पर जो भी व्यक्ति भक्तिभाव के साथ आता है उसके कार्य निश्चित रूप से पूर्ण होते है। उन्होंने कहा कि मेरी आस्था बरासों वाले बाबा से जुड़ी है। आज से लगभग 15 वर्ष पूर्व जब मुझे शरीर में शीत हो गया था कई जगह इलाज कराने के बाद आराम नहीं मिला लेकिन मुझे स्वप्न में बरासों वाले बाबा का स्मरण हुआ तभी मैं यहां आया और बाबा के दर्शन किए, मुझे आराम मिलना प्रारंभ हो गया था तभी से इस स्थान के प्रति अपार श्रृद्धा जुड़ गई है।
मुनिश्री ने कहा कि चातुर्मास जहां भी करूं लेकिन एक बार यहां पर आकर भगवान का स्मरण कर दर्शन करके ही जाता हूं और महामस्तकाभिषेक, अभिषेक पूजन, विधान आदि कार्यक्रमों को करके मन प्रसन्न रहता है। इस मौके पर सुमेर जैन, जगदीश जैन, राजेन्द्र जैन बिल्लू, कमलेश तांतरी, मनोज जैन, सुनील शक्कर, उमेश शास्त्री, प्रभाष जैन, महावीर जैन, विनोद जैन, नरेश जैन, लाल साहब, सुनीता जैन, अनीता जैन, रीता जैन, गीता जैन, मंजू जैन आदि प्रज्ञ संघ के कार्यकर्ता उपस्थित थे।