पेयजल संकट दूर नहीं हुआ तो आगामी चुनाव का करेंगे बहिष्कार

गाता गांव में पेयजल संकट को लेकर महिलाओं व पुरुषों ने किया सरकार व प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शन

भिण्ड, 03 मार्च। मेहगांव विकास खण्ड के गाता गांव में पेयजल समस्या कई वर्षों से चली आ रही है, जिसको लेकर क्षेत्रीय नेता व प्रशासन के आला अधिकारी जनता को कई बार आश्वासन दे कर चले गए, लेकिन इस समस्या का हल अभी तक नहीं हुआ, जिससे ग्रामीणों मे रोष व्याप्त है।
गौरतलब है कि डेढ़ वर्ष पहले शासन ने 29 लाख रुपए की लागत से नल-जल योजना के तहत नए बोरबेल के साथ पाइप लाइन को मंजूरी दी थी। लेकिन पाइप लाइन बिछाने के बाद पीएचई विभाग के अधिकारी पुराने खारे पानी के बोरेबेल से लाइन को जोड़कर खानापूर्ति करके चलते बने। जिससे ग्रामीणों को पीने के लिए मीठे पानी के लिए गांव से बाहर तीन से चार किमी दूर जाना पड़ता है। जिसको लेकर गुरुवार को ग्रामीण महिलाओं व पुरुषों ने प्रदर्शन किया व आगामी चुनाव के वहिष्कार के साथ-साथ चक्काजाम के चेतावनी दी।

इनका कहना है-

मंत्री ओपीएस भदौरिया ने चुनाव से पहले मीठे पानी के नलों के लिए आश्वासन दिया था, लेकिन चुनाव जीतने के बाद अब तक ना हमारी पेयजल समस्या का समाधान हुआ है और ना ही मंत्री जी हमारे गांव में कोई समस्या जानने आए हैं। यदि समाधान नहीं हुआ तो आगामी चुनाव में वोट नहीं डालेंगे।
विमला रजक, निवासी गाता
मीठे पानी के लिए तीन से चार किमी दूर जाना पड़ता है, मेरी उम्र 70 वर्ष से ऊपर हो गई है, बच्चे बाहर रहते हैं, ऐसे पानी इतनी दूर से लेना बहुत मुश्किल हो जाता है।
भगवंती श्रीवास, निवासी गाता
सात दिन के अंदर यदि पेयजल समस्या का समाधान नहीं हुआ तो हम ग्रामीणों को मजबूरन आंदोलन या चक्काजाम करना पड़ेगा। गांव में पानी को लेकर पुरुष व महिलाओं में रोष बड़ता जा रहा है।
रामजीलाल चौहान
मैं पीएचई विभाग के अधिकारियों से बात करता हूं, जांच करवाकर ग्रामीणों की पेयजल समस्या को जल्द ही दूर किया जाएगा।
वरुण अवस्थी, एसडीएम मेहगांव