भिण्ड, 07 जनवरी। जिले के मौ नगर में संचालित दर्जनभर से भी ज्यादा कोचिंग सेंटर संचालकों को कोरोना संक्रमण के दौर में भी प्रशासनिक अधिकारियों की मौन स्वीकृति मिलने से कोचिंग सेंटर चल रहे हैं। शिक्षा महकमे की लापरवाही की तस्वीरें यहां स्पष्ट रूप से देखने को मिल रही हैं। जहां कोरोना को लेकर सरकार गंभीर है, लोगों को जन जागरुकता कार्यक्रम चलाकर जागरुक किया जा रहा है, तो वहीं प्राइवेट स्कूल संचालक और कोचिंग संस्थान लोगों को कोरोना संक्रमण बांटने का काम कर रहे हैं।
मौ नगर व आस-पास के ग्रामीण अंचल में अवैध कोचिंग संस्थान द्वारा नियमों की अव्हेलना कर खुली चुनौती देकर विधिवत संचालित कर चोरी छिपे नौनिहालों के जीवन से खेलते नजर आ रहे हैं। इसको लेकर शिक्षा विभाग बिल्कुल गंभीर नजर नहीं आ रहा है, वर्ना नियमों की अव्हेलना करने वाले अवैध कोचिंग संस्थानों पर कार्रवाई की जाती। ना ही शिक्षा विभाग के आला अधिकारियों द्वारा न ही नगर की कोचिंग संस्थानों का निरीक्षण किया जाता है। इतना ही नहीं शिक्षा विभाग द्वारा यह आंकड़ा उपलब्ध किया गया है कि शहरी और ग्रामीण क्षेत्र में कितनी वैध व अवैध कोचिंग संस्थान संचालित हैं। अंचल के कोचिंग सेंटरों मे सभी कक्षाओं के छात्र-छात्राएं एक साथ बैठे हुए मिलते हैं, यहां ना तो सोशल डिस्टेंसिंग का कोई पालना हो रहा है, छात्र-छात्राएं नजदीक नजदीक बैठे हैं, ऐसे में संक्रमण फैलने का अंदेशा भी बना हुआ है। कोचिंग संस्थानों की कक्षाओं में लापरवाही वाली तस्वीर सामने आई है, ऐसा न हो कि कहीं कोचिंग संस्थानों की लापरवाही इन छात्र-छात्राओं पर भारी ना पड़ जाए, ऐसे कोचिंग संस्थानों पर प्रशासन को सख्त कार्रवाई करनी चाहिए?
शासन के दिशा निर्देश का पालन न करने वाले कोचिंग संचालकों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई को अंजाम देना चाहिए, ताकि कोचिंग संस्थानों के संचालकों द्वारा की जा रही मनमानी पर अंकुश लग सके। बड़ी मशक्कत के बाद प्रसाशन द्वारा काबू में आया कोरोना संक्रमण का जिन्न बोतल से बाहर निकल कर जिले में कहर ना बरपा सके, जहां तक इस तरह के परिदृश्यों को देखने यह अनुमान लगाया जा सकता है कि जब तक शिक्षा विभाग के आला अधिकारियों द्वारा इन कोचिंग संचालकों को यदि मौन स्वीकृति न दी गई होती तो वह शासन द्वारा जारी दिशा निर्देश का पालन करने पर बाध्य होते और मनमानी करते हुए दिखाई न देते। शिक्षा विभाग की उदासीनता के चलते मप्र शासन का आदेश की अव्हेलना की जा रही है।