जन अभियान परिषद मेहगांव ने राष्ट्रगीत वन्दे मातरम का किया गायन

भिण्ड, 08 नवम्बर। मप्र जन अभियान परिषद ब्लॉक मेहगांव द्वारा गठित ग्राम विकास प्रस्फुटन समिति जरपुरा ने ब्लॉक समन्वयक जयप्रकाश शर्मा के मार्गदर्शन में ग्राम जरपुरा में राष्ट्रीय गीत वंदे मातरम के 150 साल पूर्ण होने पर राष्ट्रीय गीत वन्दे मातरम् का गायन छात्र-छात्राओं एवं ग्रामीणों के द्वारा किया गया।
ब्लॉक समन्वयक जयप्रकाश शर्मा ने मार्गदर्शन करते हुए कहा कि वंदे मातरम की 150 वी वर्षगांठ के अवसर पर देशभर में वर्षभर कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है। वंदे मातरम गीत को देश में 1950 में लागू किया गया था, इसे बंकिमचंद्र चटर्जी ने लिखा है, यह उनके उपन्यास आनंद मठ से लिया गया है, वंदे मातरम केवल गीत ही नहीं बल्कि हमारी मातृभूमि के प्रति प्रेम एकता और सम्मान का प्रतीक है। यह राष्ट्रीय गीत भारतीय लोगों के हृदय में देशभक्ति की भावना, संस्कृत, सुंदरता और आपसी प्रेम को जागृत करता है। जिसमें भारत की संस्कृति और सुंदरता को पिरोया गया है। सुजलाम सुफलाम मलयज शीतलाम सत्य श्यामल मातरम के माध्यम से देश की संपूर्ण अच्छाइयों की प्रस्तुति की गई है। हम सबको धैर्य और आत्मविश्वास के साथ सावधान की स्थिति में खड़े होकर मधुर भाषा में राष्ट्रगीत का गायन करना चाहिए। वंदे मातरम इस एक शब्द में कितने ही भाव हैं और कितनी ही ऊर्जा सहज भाव में यह हमें मां भारती के वात्सल्य का अनुभव करती है।
ग्राम सरपंच सत्यभान सिंह नरवरिया ने बताया कि वंदे मातरम गीत राष्ट्रीयता का प्रतीक है और इसकी भावनाएं हमें सभी को देश प्रेम से जोड़ती है, वंदे मातरम गीत ने देश की आजादी के लिए में स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों को प्रेरित किया और संपूर्ण देश में राष्ट्रीय भावना का संचार किया। राष्ट्रगीत वंदे मातरम को गाने में 65 सेकंड का समय लगता है। यदि कहीं राष्ट्रीय गीत गाया जाता है तो हम सबको सावधान की स्थिति में खड़े होकर राष्ट्रगीत का सम्मान करना चाहिए। इस अवसर पर विजय सिंह, अनिल कुमार वर्मा, विशाल नरवरिया, अरविन्द सिंह आदि उपस्थित रहे।