– इंसानियत आश्रम में चल रहा है जख्मी श्वान का उपचार
भिण्ड, 06 अगस्त। शहर में घायल एवं बीमार मूक जानवरों क लिए इंसानियत आश्रम का संचालन किया जा रहा है। इस आश्रम से जुडे कार्यकर्ता आवारा घूमने वाले बीमार पशुओं को आश्राम लाकर उनका इलाज करते हैं। अब इस आश्रम में मप्र व उप्र के लोग भी बीमार जानवरों को लेकर आते हैं, जहां उनका इलाज किया जाता है।
हाल ही में गुना शहर के कुछ दयालु और नेकदिल लोग रात करीब 12:30 बजे अपने निजी वाहन से लगभग 300 किमी का लंबा सफर तय का एक घायल श्वान को इंसानियत आश्रम भिण्ड लेकर आए। उनका उद्देश्य एक बेजुबान पशु की जान बचाना, जो असहनीय दर्द और तकलीफ में था। इस बेचारे बेजुवान का जबडा टूटा हुआ था और यह दोनों आंखों से अंधा था।
आश्राम संचालक ने बताया कि हमारे इंसानियत आश्रम में इस तरह की घटनाएं असामान्य हैं, बल्कि यहां हर दिन गुना, ग्वालियर, शिवपुरी, इटावा, भरथना, अलीगढ जैसे अन्य कई दूर-दराज के स्थानों से घायल और पीडित बेजुबान पशुओं को लाया जाता है। दूर दराज से आए लोगों से पूछने पर हमें एक ही बात पता चली, उनका कहना था कि हमारे शहर में गौशाला तो काफी हैं लेकिन कोई भी ऐसा आश्रय स्थल नहीं है जिसमें श्वान, बंदर, बिल्ली जैसे पशुओं को रखा जा सके और जब हमें इंसानियत आश्रम के बारे में पता चलता है तो हम तुरंत ही यहां लेकर आते हैं, क्योंकि यहां किसी भी असहाय को मना नहीं किया जाता और किसी से इसके लिए कोई शुल्क भी नहीं लिया जाता है और अपने बच्चों की तरह इन बेजुवानो का ख्याल रखा जाता है। ईश्वर हमें इतनी शक्ति प्रदान करे कि हमारे आश्रम में चाहे कोई कितनी ही दूर से आए, हम कभी किसी को निराश न लौटाएं। साथ ही, अंतिम सांस तक हमें नि:स्वार्थ भाव से बेजुबानों की सेवा करने की शक्ति देना।