‘हर घर तिरंगा, हर घर स्वच्छता : स्वतंत्रता का उत्सव, स्वच्छता के संग’ अभियान को प्रभावी ढंग से मूर्तरूप दें

– अंतरविभागीय समन्वय बैठक में जिला स्तरीय अधिकारियों को दिए गए निर्देश
– सुरक्षित भवनों में कक्षाएं लगाने एवं अन्य महत्वपूर्ण कार्यक्रमों की भी हुई समीक्षा

ग्वालियर, 04 अगस्त। ग्वालियर जिले में भी ‘हर घर तिरंगा, हर घर स्वच्छता : स्वतंत्रता का उत्सव, स्वच्छता के संग’ अभियान तीन चरणों में आयोजित होगा। यह अभियान सामूहिक उत्सव और नागरिक एकता की भावना पर आधारित है, जिसमें स्वतंत्रता के सार को स्वच्छता और सुजलता के संकल्प के साथ जोडा गया है। सभी विभागों के जिला स्तरीय अधिकारी राज्य शासन के दिशा-निर्देशों के तहत विभागवार कार्यक्रम बनाकर इस अभियान को सुव्यवस्थित व प्रभावी ढंग से मूर्तरूप दें। यह बात जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी विवेक कुमार ने अंतरविभागीय समन्वय बैठक में कही।
सोमवार को कलेक्ट्रेट के सभागार में आयोजित अंतरविभागीय समन्वय बैठक में ‘हर घर तिरंगा, हर घर स्वच्छता : स्वतंत्रता का उत्सव, स्वच्छता के संग’ अभियान, एक पेड मां के नाम अभियान के तहत पौधारोपण, असुरक्षित स्कूलों को अन्य भवनों में संचालित करने, पीएम शहरी आवास योजना 2.0, समाधान ऑनलाइन में चर्चित विषय, सीएम हैल्पलाइन, दस्तक अभियान सहित अन्य स्वास्थ्य कार्यक्रम एवं खाद का वितरण एवं आगामी दिनों के लिए आवश्यकता सहित अन्य महत्वपूर्ण विषयों की समीक्षा की गई। बैठक में अपर कलेक्टर कुमार सत्यम, जिले के एसडीएम एवं विभिन्न विभागों के जिला स्तरीय अधिकारी मौजूद थे।
जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी विवेक कुमार ने कहा कि ‘हर घर तिरंगा, हर घर स्वच्छता : स्वतंत्रता का उत्सव, स्वच्छता के संग’ अभियान में जिलों, ब्लॉक और ग्राम पंचायतों की सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित की जानी है। स्थानीय संस्थाओं, ग्राम जल सेवा समितियों, स्वयं सहायता समूहों, पंचायती राज संस्थाओं, साथ ही स्कूली बच्चों, स्वयं-सेवकों और अग्रिम पंक्ति के कार्यकर्ताओं को इस अभियान का नेतृत्व करने और इसमें भाग लेने के लिए प्रेरित किया जाए।
अभियान के तहत होंगी यह गतिविधियां
जिला पंचायत सीईओ विवेक कुमार ने बैठक में जानकारी दी कि ‘हर घर तिरंगा, हर घर स्वच्छता : स्वतंत्रता का उत्सव, स्वच्छता के संग’ अभियान के तहत प्रथम चरण में 8 अगस्त तक देशभक्ति के वातावरण का जागरण तथा तिरंगे पर केन्द्रित सार्वजनिक कार्यक्रम, चर्चाएं आयोजित की जाएंगी। साथ ही तिरंगा से प्रेरित कला, तिरंगा प्रदर्शनी का प्रदर्शन, तिरंगा रंगोली, तिरंगा राखी निर्माण, तिरंगा बुनाई, तिरंगा पर प्रश्नोत्तरी, तिरंगे के लिए स्वयं सेवा, तिरंगा सजावट और प्रकाश व्यवस्था तथा सैन्य बलों के जवानों और पुलिसकर्मियों को पत्र लेखन आदि गतिविधियां संचालित होगी।
अभियान के द्वितीय चरण में 9 से 12 अगस्त तक लोगों को साथ लाने, व्यापक प्रचार-प्रसार, ध्वजों की उपलब्धता तथा सार्वजनिक स्थलों पर तिरंगे की दृश्यता के लिए कार्य किए जाएंगे। स्थानीय उत्पादों पर केन्द्रित तिरंगा मेला, तिरंगा केसर्ट, तिरंगा बाइक/ तिरंगा साइकिल रैली, उच्च जनभागीदारी के साथ तिरंगा यात्रा, तिरंगा ध्वज की बिक्री और समुचित व्यवस्था, मानव श्रृंखला निर्माण, तिरंगा गान जैसे कार्यक्रम होंगे। अभियान के तृतीय चरण में 13 से 15 अगस्त तक घर, कार्यालयों तथा वाहनों पर तिरंगा लगाने, सेल्फी अपलोड, सर्वत्र तिरंगे की दृश्यता तथा संस्कृति मंत्रालय के साथ सूचनाओं का सतत आदान-प्रदान किया जाएगा। हर जगह तिरंगा दृश्यता, तिरंगा के साथ रिकार्ड इत्यादि महत्वपूर्ण कार्यक्रम किए जाएंगे।
पंचायतों में होगी विविध गतिविधियां
अभियान में स्वच्छ भारत मिशन (एसवीएम-जी) और जल-जीवन मिशन (जेजेएम) के अंतर्गत गांवों, ग्राम पंचायतों में विविध गतिविधियां होंगी, जिनमें स्वच्छ सुजल गांव प्रतिज्ञाएं, सामुदायिक सफाई अभियान, परिसंपत्तियों की सफाई, जागरूकता गतिविधियां, जल-संरक्षण और 15 अगस्त को अमृत सरोवर, सार्वजनिक स्थानों आदि सहित प्रमुख वाश अवसंरचना स्थलों पर ध्वजारोहण समारोह शामिल है। यह प्रतीकात्मक कार्य सुरक्षित जल और स्वच्छता तक पहुंच द्वारा लाई गई स्वतंत्रता, गरिमा और कल्याण को दर्शाता है।
असुरक्षित भवनों वाले स्कूलों को अन्य सरकारी भवनों में शिफ्ट कराएं
जिला पंचायत सीईओ विवेक कुमार ने बैठक में निर्देश दिए कि सर्वे के माध्यम से चिन्हित असुरक्षित स्कूल भवनों में कक्षाएं न लगाई जाएं। उन्होंने असुरक्षित स्कूल भवनों का संयुक्त निरीक्षण कर अन्य सरकारी भवनों में शिफ्ट कराने के निर्देश दिए। साथ ही कहा कि नजदीक में सरकारी भवन उपलब्ध न होने पर निजी भवनों में स्कूल संचालित कराए जाएं। खुले में अथवा पेड के नीचे स्कूल कदापि संचालित नहीं हों।
खाद की आवश्यकता का आंकलन कर भेजें डिमाण्ड
अपर कलेक्टर कुमार सत्यम ने कृषि, विपणन संघ, सहकारिता एवं सहकारी बैंक के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे आगामी दिनों के लिए संयुक्त रूप से खाद की आवश्यकता का आंकलन कर लें। साथ ही खाद की डिमाण्ड भी भेज दें, जिससे समय पर खाद्य उपलब्ध हो सके। उन्होंने खासतौर पर घाटीगांव, डबरा व भितरवार विकास खण्ड के लिए यूरिया व डीएपी की आवश्यकता का आंकलन करने पर बल दिया।
सभी एसडीएम विकास खण्ड स्तर पर बैठक लेकर करें स्वास्थ्य कार्यक्रमों की समीक्षा
अपर कलेक्टर कुमार सत्यम ने जिले के सभी एसडीएम को निर्देश दिए कि वे विकास खण्ड स्तर पर बैठक लेकर स्वास्थ्य कार्यक्रमों की समीक्षा करें। खासतौर पर गर्भवती माताओं के पंजीयन सहित मातृ स्वास्थ्य सेवाएं, मातृ बाल शिशु मृत्यु दर पर अंकुश लगाने के लिए टीकाकरण, सार्थक पोर्टल पर सीएचओ की उपस्थिति एवं दस्तक अभियान की समीक्षा करने के उन्होंने निर्देश दिए।