बाल श्रम में संलग्न बच्चों की विमुक्ति का कार्य प्राथमिकता से किया जाए : चौहान

– कलेक्टर ने जिला बंधक श्रम सतर्कता समिति की बैठक में दिए निर्देश

ग्वालियर, 21 जुलाई। कलेक्टर रुचिका चौहान ने कहा कि बाल श्रम उन्मूलन कार्य के लिए श्रम निरीक्षक नियमित निरीक्षण करें। बाल श्रम में संलग्न बच्चों की विमुक्ति पश्चात उनके शैक्षणिक पुनर्वास के लिए निरंतर प्रयास किए जाएं। उन्होंने बाल श्रम विमुक्ति के कार्य को संतुष्टिपूर्वक न करने पर समस्त श्रम निरीक्षकों को कारण बताओ नोटिस जारी करने के निर्देश दिए हैं।
कलेक्टर ने जिला बाल श्रम प्रतिषेध के लिए गठित टास्क फोर्स एवं जिला बंधक श्रम सतर्कता समिति की बैठक में यह निर्देश दिए हैं। कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में आयोजित इस बैठक में जिला बाल कल्याण समिति के सदस्य सोमेश शर्मा, सहायक संचालक महिला एवं बाल विकास राहुल पाठक, सेंटर फॉर इंटीग्रेटेड डेवलपमेंट प्रोग्राम के अध्यक्ष उमेश वशिष्ठ, प्रोजेक्ट डायरेक्टर राजेन्द्र सोनी, किशोर पुलिस इकाई के अरविन्द यादव, श्रम निरीक्षक आलोक शर्मा, नोडल अधिकारी बाल श्रम एवं श्रम निरीक्षक निशा जहां तथा नोडल अधिकारी पवन कुमार सहित टास्क फोर्स के सदस्य उपस्थित थे।
कलेक्टर रुचिका चौहान ने कहा कि टास्क फोर्स के सभी सदस्य नियमित रूप से बाल श्रम उन्मूलन कार्य को सफल बनाने के लिए सामूहिक निरीक्षण कर बालकों के पुनर्वास के कार्य को प्रभावी रूप से क्रियान्वित करें। बाल श्रम से मुक्त बालकों के शैक्षणिक पुनर्वास के लिए निरंतर प्रयास किए जाएं और पुनर्वास के पश्चात निरंतर पर्यवेक्षण का कार्य भी श्रम निरीक्षक करें। उन्होंने सभी श्रम निरीक्षकों को निर्देशित किया है कि वे निरंतर निरीक्षण कर किए गए कार्यों का प्रतिवेदन भी आगामी बैठक में प्रस्तुत करें।