– स्थाई सीएमओ न होने के कारण बिगडी नगर की व्यवस्थाएं
भिण्ड, 28 जून। शनिवार को मौसम की पहली बारिश ने समूचे दबोह नगर को पानी-पानी कर दिया। जिसके चलते भिण्ड-भाण्डेर रोड, मुख्य बाजार, हाईस्कूल परिसर, कोंच रोड के साथ नगर की निचली बस्तियां भी जलमगन हो गई हैं। सरकारी नियम के तहत बरसात शुरू होने के पहले ही स्थानीय प्रशासन को नगर में विशेष सफाई अभियान चलाकर नालों व नालियो की सफाई कराना आवश्यक होता है, पर दबोह नगर परिषद के द्वारा नगर में कोई सफाई कार्य नहीं कराया गया है। जिसके चलते शनिवार को केवल 2 घण्टे की बारिश ने नगर में बाढ जैसे हालत पैदा कर दिए थे। जबकि नगर परिषद में चालीस सफाई कर्मचारियों के अलावा पर्याप्त संसाधन मौजूद है।
यहां बता दें कि दबोह नगर परिषद में करीब एक माह से कोई सीएमओ न होने से परिषद के कर्मचारी भी अपने मन मर्जी से काम करते है। यह तो सिर्फ 2 घण्टे की बारिश से यह हाल हुआ यदि आने वाले समय में बारिश ने अपना रौद्र रूप दिखाया तो नगर में हालत वद से वदतर हो सकते हैं। फिलहाल निचली बस्तियों में निवासरत लोगों के माथे पर चिंता की लकीरें देखी जा सकती हैं। मजे की बात तो यह है कि एक महीने से नगर परिषद बिना अधिकारी के चल रही है, जिसकी चिंता न तो किसी वरिष्ठ अधिकारी को है और न ही किसी सत्ताधारी नेता को, इस समय दबोह बहुत ही दयनीय स्थिति से गुजर रहा है।
बीते वर्ष भी बारिश से लबालब हुआ था दबोह
बीते वर्ष भी दबोह नगर में भारी बारिश के चलते बाढ जैसे हालात पैदा हो गए थे। जिससे काफी समय बाद नगर परिषद ने काबू पा पाया था। उसी जैसे हालात इस बार फिर शनिवार को नगर में कुछ ही घण्टों की बारिश में देखने को मिला।
प्रभारी बोले वित्तीय प्रभार न होने से बिगडी व्यवस्थाएं
नगर परिषद में सीएमओ जाने के बाद चार्ज पर रहे नारायण सिंह बाबू का कहना है कि वित्तीय प्रभार न होने के कारण बहुत से कार्य रुके हुए हैं, साथ ही नगर परिषद में कार्यरत कर्मचारी भी आदेश का पालन नही करते हैं, जिससे स्तिथि खराब है। ज्ञात रहे कि नगर परिषद दबोह में रहे सीएमओ प्रमोद बरुआ 31 मई को रिलीव हो चुके थे, जिसके बाद से जिम्मेदारी नगर परिषद में पदस्थ बाबू जी के पास है। फिलहाल तो 28 दिन से दबोह नगर परिषद बिना सीएमओ के चल रही है और वरिष्ठ अधिकारियों के कान में अब तक जूं तक न रेंग रही।