न जाने कितना लंबा चलेगा सिंदूर खेला

– राकेश अचल


पाकिस्तान के खिलाफ सात मई को शुरु हुए ऑपरेशन सिंदूर के बाद 10 मई को भले ही सीज फायर हो गया हो, किंतु सियासी सिंदूर खेला हर दिन तेज हो रहा है। कांग्रेस समेत तमाम राजनीतिक दल और राज्य इसके शिकार हो रहे हैं। आगामी 9 जून से ये सिंदूर खेला और तेज हो जाएगा।
सरकार एक ओर सेना से ऑपरेशन सिंदूर के ठिठकने के बाद मॉकड्रिल करा रही है, दूसरी तरफ सियासी ड्रिल भी कर रही है। पहले सर्जिकल स्ट्राइक के बाद भाजपा ने शहीद जवानों की तस्वीरें लगाकर मैदान मारा था, वहीं अबकी पहलगाम के नागरिक शहीदों और उनकी विधवाओं की तस्वीरों से परहेज कर ऑपरेशन सिंदूर के लिए शुभांकर बनाई गई कर्नल सोफिया कुरैशी और विंग कमाण्डर व्योमिका सिंह की तस्वीरें और सिंदूर की डिब्बियां इस्तेमाल की जा रही हैं। भोपाल में प्रधानमंत्री की मौजूदगी में हो रहे महिला सशक्तिकरण सम्मेलन में ये सब देखा जा सकता है।
भाजपा के सिंदूर खेला को लेकर मैने पहलगाम हादसे के फौरन बाद कहा था कि सरकार और सरकारी पार्टी भाजपा आपरेशन सिंदूर को भुनाएगी। अब सिंदूर खेला पर सबसे पहले जबाबी हमला किया है तृणमूल कांग्रेस की सुप्रीमो और बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने। ममता बनर्जी ने केन्द्र पर आरोप लगाते हुए कहा, ‘केन्द्र ने विभिन्न राज्यों में आगामी चुनावों से पहले राजनीतिक लाभ लेने के लिए इस (सैन्य अभियान) का नाम ऑपरेशन सिंदूर रखा।’ बनर्जी ने कहा, ‘मैं इस बात से निराश हूं कि मोदी ने बंगाल की आलोचना ऐसे समय में की है जब केन्द्र के आतंकवाद विरोधी रुख का समर्थन करने के लिए सर्वदलीय प्रतिनिधि मण्डल विभिन्न देशों का दौरा कर रहे हैं।’
ममता बनर्जी ने कहा, ‘मोदी जी ने आज जो कहा, उसे सुनकर हम न केवल स्तब्ध हैं, बल्कि बहुत दुखी भी हैं, जब विपक्ष देश का प्रतिनिधित्व कर रहा है, उनकी मौजूदगी में उनके मंत्री ने कहा कि वे ऑपरेशन बंगाल करेंगे, ऑपरेशन सिंदूर की तरह। मैं उन्हें चुनौती देती हूं- अगर उनमें हिम्मत है, तो चुनाव में उतरें, हम तैयार हैं और बंगाल आपकी चुनौती स्वीकार करने के लिए तैयार है। लेकिन कृपया याद रखें, समय एक कारक है। आपको समय याद रखना चाहिए। हमारे प्रतिनिधि अभिषेक बनर्जी भी टीम में हैं और वे हर दिन आतंकवाद के खिलाफ, आतंक के खिलाफ बोल रहे हैं। भाजपा जुमला पार्टी के नेता की तरह चीजों का राजनीतिकरण करना चाहती है। आप बकवास कर रहे हैं।’
‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद पश्चिम बंगाल में अपनी पहली रैली को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गुरुवार को सिंदूर के साथ क्षेत्र के गहरे सांस्कृतिक और भावनात्मक संबंध का जिक्र किया और दुर्गा पूजा के दौरान बंगाली महिलाओं द्वारा मनाए जाने वाले पारंपरिक सिंदूर खेला के दुरुपयोग की बात कही।
ऑपरेशन सिंदूर के बाद प्रधानमंत्री अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और चीन के बारे में एक भी शब्द बोलने के बजाय अपनी रैलियों में ऑपरेशन सिंदूर और कांग्रेस पर बोल रहे हैं। ऑपरेशन सिंदूर पर संसद का विशेष सत्र बुलाने के बजाय आपातकाल की 50वीं सालगिरह पर विशेष सत्र बुलाया जा रहा है। मजे की बात ये है कि समूचा विपक्ष भाजपा के ऑपरेशन सिंदूर और ऑपरेशन सिंदूर खेला का मुकाबला नहीं कर पा रहा है। सरकार ने सर्वदलीय प्रतिनिधि मण्डलों के जरिए कांग्रेस समेत तमाम विपक्षी दलों में सेंध लगा दी है। शशि थरूर इसका सबसे बडा प्रतीक बने हुए हैं। मेरा अनुभव है कि ऑपरेशन सिंदूर खेला लंबा खिंचेगा।
सरकार जनता का ध्यान आकर्षित करने के लिए ऑपरेशन दर ऑपरेशन जारी रखने वाली है। नए ऑपरेशन का नाम ‘ऑपरेशन शील्ड’ रखा गया है। इसके तहत सीमावर्ती चार राज्यों जम्मू-कश्मीर, पंजाब, राजस्थान और गुजरात के साथ हरियाणा तथा केन्द्रशासित प्रदेश चंडीगढ़ में फिर से शनिवार को मॉक ड्रिल होगी। ऑपरेशन शील्ड के तहत होने वाली इस ड्रिल में हवाई हमलों से बचने का अभ्यास किया जाएगा। साथ ही सुरक्षा और आपातकालीन व्यवस्थााओं को भी जांचा जाएगा। इसके बाद देर शाम को ब्लैकआउट भी किया जाएगा।
सिंदूरी आवरण के जरिए भाजपा 2025-26-27 तक होने वाले तमाम विधानसभा चुनाव जीतना चाहती है। इसके बाद सिंदूर का कोई नया विकल्प तलाश लिया जाएगा। वैसे भी 2028 से आमचुनाव की तैयारियां शुरू होना है। आम चुनाव के लिए नारी शक्ति वंदन कानून पर अमल का मुद्दा लंबित है ही। वक्फ बोर्ड कानून, एक देश, एक राष्ट्र जैसे मुद्दे अभी सुप्तावस्था में है ही।