नशामुक्ति अभिायन के तहत विधिक जागरुकता शिविर आयोजित

भिण्ड, 28 अप्रैल। मप्र राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण जबलपुर के आदेशानुसार तथा प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश/ अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण भिण्ड उमेश पाण्डव के निर्देशानुसार एवं सचिव जिविसेप्रा भिण्ड अनुभूति गुप्ता के मार्गदर्शन में मॉडल स्कूल भिण्ड में विधिक साक्षरता एवं जागरुकता शिविर आयोजित किया गया।
शिविर में जिला न्यायाधीश भिण्ड पकंज चतुर्वेदी ने उपस्थित छात्र-छात्राओं को नशा मुक्ति के संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि नशीले पदार्थों की लत एक व्यापक समस्या है। यह दुनिया भर में कई लोगों को प्रभावित करती है। लोगों में नशे की लत जल्दी से विकसित हो जाती है और एक बार नशे की आदत लगने के बाद इसे रोकना मुश्किल हो जाता है, इसलिए हमें यह प्रयास करना चाहिए कि हम अपने आस-पास के लोगों को नशे से होने वाले दुष्परिणामों से अवगत करवाएं, जिससे वे नशे से दूर रहकर अपने एवं अपने परिवार का उज्जवल भविष्य का निर्माण कर सकें। उन्होंने बच्चों को गुड टच एवं बेड टच की जानकारी देते हुए बताया कि बच्चों के साथ किसी भी प्रकार की ऐसी घटना होने पर तुरंत अपने अध्यापक एवं अपने परिवारजन को उसके बारे में अवगत कराने चाहिए। इसके साथ ही सभी बच्चों को चाईल्ड हेल्प लाईन नं.1098 के संबंध में भी जानकारी दी गई।
जिला विधिक सहायता अधिकारी भिण्ड देवेश शर्मा ने बच्चों को पॉक्सो एक्ट के अंतर्गत बच्चों के साथ होने वाले साइबर अपराधों के बारें में सरलतम भाषा में जानकारी दी और कहा कि ऐसे किसी भी अपराध के संबंध में सबसे पहले अपने माता-पिता या अभिभावक को अवगत कराए तथा किसी भी अंजान नंबर से वीडियो कॉल न उठाएं। यदि कोई ऐसा अपराध किसी के साथ गठित होता है तो वह संबंधित थाने की साइबर सेल में शिकायत दर्ज करा सकता है। इसके साथ ही कानूनी सहायता के लिए नालसा के टोल फ्री नं.15100 या नालसा ऐप डाउनलोड कर उसपर शिकायत दर्ज कराई जा सकती है। अधिक जानकारी के लिए जिला विधिक सेवा प्राधिकरण या संबंधित तहसील विधिक सेवा समिति में संपर्क किया जा सकता है। कार्यक्रम में डिप्टी चीफ एलएडीसी अजय त्रिपाठी, असिस्टेंट एलएडीसी अधिवक्ता साधना मिश्रा एवं विद्यालय के प्राचार्य अभय सक्सैना, समस्त अध्यापकगण, छात्र-छात्राएं एवं पीएलही भिण्ड सुभाष दुबे उपस्थित रहे।