पानी एक प्राकृतिक औषधि है, इसे संरक्षित करें : सुनील दुबे

भिण्ड, 08 अप्रैल। जल गंगा संवर्धन अभियान अंतर्गत मप्र जन अभियान परिषद के निर्देशन पर शासन की मंशानुसार नवांकुर संस्था चौ. रूप नारायण दुबे समाज कल्याण समिति भिण्ड ने जन समुदाय को सोखते गड्ढे घर घर बनाने का संदेश दिया।
इस अवसर पर समाजसेवी सुनील दुबे ने जल के महत्व को देखते हुए विचार व्यक्त करते हुए कहा कि हम यदि आज के 20-25 वर्ष पूर्व की ओर नजर दौडाएं तो हमें जगह जगह कुएं, बावडी, पोखर तालाब नदी पानी से भरे हुए दिखते थे, लेकिन वहीं आज जब हम 20-25 वर्ष बाद देखते हैं तो कुएं, तालाब, बावडी, नालों पर अतिक्रमण हो गए हैं। यहां तक नदियां भी सिकुडकर रह गईं, वहां भी अतिक्रमण हो गया है। हमें अब विचार और चिंतन नहीं बल्कि जल संरक्षण के लिए ठोस कदम उठाते हुए कार्य करना होगा, तभी हम अपने आने वाली पीढी को सुरक्षित जीवन दे सकते हैं।
संस्था सचिव पुष्पा दुबे ने कहा कि घर में महिलाएं ही पानी के साथ अपना समय बिताती हैं। सबसे पहले महिलाएं पानी के अपव्यय को रोकें, जल है तो कल है। हर व्यक्ति को समझना होगा सुबह शाम जल बचाना होगा।