– गोपाल गौशाला में होली मिलन समारोह का आयोजन
भिण्ड, 18 मार्च। भारत विकास परिषद शाखा जागृति के संस्कृत सप्ताह के चौथे दिवस में होली मिलन समारोह का आयोजन गोपाल गौशाला में आयोजित किया गया। इस अवसर पर उपस्थित सदस्यों ने एक दूसरे को आमिर गुलाल लगाकर शुभकामनाएं प्रेषित की। कार्यक्रम के अगले चरण में होली उत्सव की महत्व पर गोष्ठी का आयोजन भी हुआ। गोष्ठी में शाखा के वरिष्ठ सदस्य एवं कवि पवन जैन ने काव्य सुनाकर सबका मन मोहित कर लिया। जैन ने कहा राधा और रजिया का फर्क मिट जाए।
नगर समन्वयक धीरज शुक्ला ने ब्रज क्षेत्र की लठमार होली का सार समझते हुए बताया कि यह आपसे प्रेम और सद्भाव का प्रतीक है। लठमार होली के द्वारा ही परिवर्तित रूप में डांडिया का चलन प्रारंभ हुआ। गोपाल गौशाला के अध्यक्ष कैलाश नगरिया ने बताया की भिण्ड का गोहद क्षेत्र ब्रजभूमि के अंतर्गत ही आता है। भगवान कृष्ण गाय को चराने के लिए गोहद तक आते थे इसलिए उक्त नगर का नाम गोहद पडा। भिण्ड जिले की संस्कृति भी ब्रज की होली में ही रची बसी है।
बाल संरक्षण आयोग की सदस्य मुदिता भारद्वाज ने बताया कि संसार की प्रत्येक जीव को प्रेम से जीता जा सकता है। उन्होंने वंचित छोटी बच्चों का उदाहरण देते हुए बताया प्रेम के अभाव में ही बच्चे अपना मार्ग से भटकते हैं ऐसे विभिन्न उदाहरण न्यायालय में लंबित पडे हैं। समाज का सम्मिलित प्रयास होना चाहिए कि होली के पर्व से सीख लेकर आपसी प्रेम और भाईचारा बना रहे। शाखा के वरिष्ठ सदस्य महेन्द्र जैन ने बताया कि होली सभी समाज में स्वीकार योग्य उत्सव है। हम किसी भी संप्रदाय से हो परंतु होली का उत्साह और उमंग सब में एकरूपता कायम करता है। कार्यक्रम में आभार ऊषा नगरिया एवं संचालन मनोज दीक्षित ने किया। इस अवसर पर शारदा जैन, गीता दीक्षित, पुष्पेन्द्र जैन, प्रियंका शुक्ला, प्रद्युमन सिंह भदौरिया, साक्षी पाठक आदि उपस्थित रहे।