भिण्ड, 12 फरवरी। मप्र विधानसभा में उपनेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस विधायक हेमंत कटारे की मुश्किलें बढ गई हैं। आर्थिक अपराध प्रकोष्ठ (ईओडब्ल्यू) ने उनके खिलाफ जमीन आवंटन घोटाले में केस दर्ज किया है। इस मामले में उनकी पत्नी, भाई योगेश कटारे, बहू सहित भोपाल विकास प्राधिकरण (बीडीए) के तत्कालीन सीईओ केपी राही, ओएसडी मनोज वर्मा और अन्य अधिकारियों पर भी एफआईआर दर्ज हुई है।
ईओडब्ल्यू की जांच में भोपाल विकास प्राधिकरण (बीडीए) द्वारा नियमों के खिलाफ जाकर एक निजी कंपनी ‘हाई स्पीड मोटर्स’ को जमीन आवंटन का मामला सामने आया। इस मामले की शिकायत भोपाल के हर्षवर्धन नगर निवासी सीआर दत्ता ने की थी। शिकायत के आधार पर हेमंत कटारे, योगेश कटारे, मीरा कटारे और रुचि कटारे पर धारा 120बी, 420, 468, 471 भादवि के तहत एफआईआर दर्ज की गई है।
ईओडब्ल्यू की रिपोर्ट के अनुसार बीडीए ने हाईस्पीड मोटर्स कंपनी को बिना किसी उचित प्रक्रिया के, नियमों के विरुद्ध तरीके से जमीन आवंटित की। इस कंपनी के साझेदार हेमंत कटारे, योगेश कटारे और अन्य थे। आईएसबीटी प्रोजेक्ट में प्लॉट आवंटन नियमों के विरुद्ध किया गया। जमीन के उपयोग में बदलाव कर इसे कमर्शियल बना दिया गया। बिना निविदा के मनमाने तरीके से प्लॉट की कीमत तय की गई।
इन अधिकारियों पर भी लगे आरोप
ईओडब्ल्यू की जांच में सामने आया कि बीडीए के तत्कालीन सीईओ केपी राही, ओएसडी मनोज वर्मा और अन्य अधिकारियों ने हाई स्पीड मोटर्स के साझेदारों के साथ मिलकर यह अनियमितता की। उन्होंने अपने पद का दुरुपयोग करते हुए अवैध तरीके से भूमि आवंटन किया। प्लॉट के उपयोग में बदलाव कर इसे कमर्शियल घोषित किया। नियमों को ताक पर रखकर कंपनी को आर्थिक लाभ पहुंचाया। इन दोनों अधिकारियों के खिलाफ भी केस दर्ज किया गया है।
ज्ञातव्य है किहेमंत कटारे भिण्ड जिले की अटेर विधानसभा सीट से कांग्रेस विधायक हैं। उनके पिता सत्यदेव कटारे मप्र विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष रह चुके हैं। कटारे का राजनीतिक जीवन हमेशा विवादों में रहा है। इससे पहले उनके खिलाफ भोपाल के महिला थाने में एक पत्रकारिता छात्रा से दुष्कर्म, बंधक बनाने और धमकाने का मामला दर्ज हो चुका है।
भूपेंद्र सिंह पर लगाए थे गंभीर आरोप
हाल ही में हेमंत कटारे ने पूर्व गृह मंत्री भूपेंद्र सिंह पर गंभीर आरोप लगाए थे। उन्होंने कहा था कि भूपेंद्र सिंह ने परिवहन मंत्री रहते हुए सौरभ शर्मा की तैनाती मालथौन आरटीओ चेकपोस्ट पर करने की सिफारिश की थी। इसके बाद भूपेंद्र सिंह ने आरोपों को खारिज करते हुए कहा था कि हेमंत कटारे ने पत्रकारिता छात्रा से दुष्कर्म मामले में एफएसएल रिपोर्ट धनबल के दम पर बदलवाई और उनके भाई योगेश कटारे पर भोपाल में मादक पदार्थों के अवैध व्यापार में लिप्त होने का आरोप लगाया।
ईओडब्ल्यू की कार्रवाई के बाद बढी राजनीतिक हलचल
इस मामले के बाद मध्य प्रदेश में राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। बीजेपी ने इसे कांग्रेस के भ्रष्टाचार का एक और उदाहरण बताया है। वहीं, कांग्रेस का कहना है कि यह बदले की राजनीति के तहत की गई कार्रवाई है। ईओडब्ल्यू ने कहा है कि जांच जारी है और जल्द ही इस मामले में और भी गिरफ्तारियां हो सकती हैं।