गोपाष्टमी के दिन भगवान कृष्ण ने शुरू की थी गौ-चारण की लीला

-हिमांशु कॉन्वेन्ट स्कूल में मनाई गई गोपाष्टमी

भिण्ड, 09 नवम्बर। नगर दबोह में संचालित हिमांशु कॉन्वेन्ट स्कूल परिसर में गोपाष्टमी के दिन विधि विधान से गाय माता की पूजा अर्चना की गई।
इस अवसर पर विद्यालय के शिक्षक सुरेन्द्र दीक्षित ने छात्रों को बताया कि गोपाष्टमी के दिन गायों की पूजा की जाती है, क्योंकि उन्हें पवित्र माना जाता है। इस दिन भगवान कृष्ण ने गौ-चारण की लीला शुरू की थी इसलिए यह दिन उनके भक्तों के लिए विशेष महत्व रखता है। गाय माता की पूजा करने से सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है और सेवा करने से पापों से मुक्ति मिलती है। वहीं सरस्वती स्कूल के शिक्षक पूरण कौरव ने बताया कि गोपाष्टमी का पर्व हर साल कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि को बहुत ही धूमधाम से मनाया जाता है। इस दिन जगत के पालनहार भगवान श्रीकृष्ण ने गौचारण शुरू किया था, इसलिए इसी तिथि पर गोपाष्टमी का पर्व मनाया जाता है।
उन्होंने बताया कि श्रीमद्भागवत में वर्णन है कि भगवान श्रीकृष्ण गायों के संग खेला करते थे और उन्हें गायों से बेहद प्रेम था। गोपाष्टमी के दिन गाय माता की पूजा करने से व्यक्ति को सुख, समृद्धि और आध्यात्मिक उन्नति प्राप्त होती है और जीवन में खुशहाली बनी रहती है। उन्होंने सभी छात्रों को संकल्प दिलाया गया कि हमेशा गाय की पूजा करेंगे। गाय में तैतीस कोटी देवता वास करते हैं, हम सभी सर्व प्रथम गाय की पूजा करेंगे, गाय की रक्षा ओर सुरक्षा करेंगे। इस दौरान कार्यक्रम के मुख्य अतिथि जयश्रीराम प्रजापति आचार्य, पूरन कौरव आचार्य, संचालक अनुरुद्ध मुदगल एवं विद्यालय का स्टाफ मौजूद रहा।