-सैकडों श्रद्धालुओं के साथ दंदरौआ धाम पहुंची संत समाज की पद यात्रा
भिण्ड, 18 अक्टूबर। दंदरौआ धाम में अनिरुद्ध वन महाराज श्रीपंच दशनाम जूना अखाडा, श्री धूमेश्वर धाम भितरवार सहित अनेकों संतों एवं श्रद्धालुओं को साथ में लेकर से तीन दिवसीय 15 से 17 अक्टूबर तक लगभग 130 किमी की पद यात्रा करके डॉक्टर हनुमान दंदरौआ धाम तक पहुंचे। पद यात्रा के दौरान संत समाज द्वारा रतनगढ माता के मन्दिर में दो किमी लंबाई की चुनरी माता को चढाई गई। उन्होंने बडी परिक्रमा लगाई।
इस दौरान श्रद्धालुओं ने जगह-जगह फूल बिछा कर स्वागत सम्मान किया एवं दंदरौआ धाम में ग्रामीणों ने तिलक लगाकर एवं पुष्पहार पहनाकर आशीर्वाद लिया। डॉक्टर हनुमान जी के दर्शन कर मंत्रोच्चारणों के साथ पूजा अर्चना करके ध्वज चढाया एवं लड्डुओं का भोग लगाया एवं श्रीश्री 1008 महामण्डलेश्वर रामदास महाराज का आशीर्वाद लिया।
इस अवसर पर अनिरुद्धवन महाराज ने कहा कि मनुष्य जब साधनों से मन्दिरों में भगवान के दर्शन करने आता हैं तो परिश्रम नहीं होता है, लेकिन मनुष्य पद यात्रा करके आता है तो परिश्रम लगता है, तो उसे संपूर्ण फल की प्राप्ति होती है, बिना परिश्रम के संपूर्ण फल की प्राप्ति नहीं होती है। मनुष्य पदयात्रा करने से जन जागृति होती है। मनुष्य में भगवान के प्रति भक्ति भाव बढता है। सनातन की जागृति होती है।
आशीष बचन में गुरू रामदास महाराज ने कहा कि इस पद यात्रा का उद्देश्य लोक कल्याण एवं विश्व शांति के लिए रखा गया है। परिक्रमा लगाने का बहुत महत्व है, परिक्रमा का फल एक यज्ञ के समान मिलता है। पद यात्रा से मनुष्य निरोगी रहते हैं, मनुष्य को पद यात्रा करने से भक्तिभाव बढता है, पद यात्रा करने से मनुष्य को मन में सुख शांति प्राप्ति होती है। इस मौके पर महंत कालीदास महाराज तेजपुरा, लखेश्वरी महाराज, गणेशदास महाराज दूधखो आश्रम, केदारगिरी महाराज मुरैना आश्रम, राजेश पुजारी रतनगढ माता, हरिओम दास मेहगांव, रामेश्वर दास महाराज, रामवरन पुजारी, मनीष महाराज, जलज त्रिपाठी, पवन शास्त्री सहित श्रद्धालुगण मौजूद रहे।