सस्ती लोकप्रियता व मंत्री बनने की सनक में बना अपराधी, एफआईआर दर्ज

भिण्ड, 30 सितम्बर। कैबिनट मंत्री का फर्जी दर्जा युवक को महंगा पड गया, पुलिस ने युवक के विरुद्ध विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज कर तलाश शुरू कर दी है। पुुलिस का कहना है कि जल्द ही आरोपी को पकड लिया जाएगा, इसके साथ ही पुलिस यह भी पडताल कर रही है कि आखिर उसने यह नियुक्ति पत्र कहां से तैयार कराया। पुलिस को अंदेशा है कि बडे रैकेट का खुलासा हो सकता है।
दरसअल एक आदेश सामान्य प्रशासन विभाग में पदस्थ आईएएस शैलवाला मार्टिन के नाम से वायरल हुआ। इसमें लिखा था कि राज्य सरकार द्वारा डॉ. मनोज सिंह श्रीवास पिता बेताल सिंह को मप्र राज्य राष्ट्रीय पिछडा वर्ग एवं दिव्यांगजन वित्त एवं विकास निगम में मप्र कैबिनेट मंत्री का दर्जा प्रदान किया जाता है। इसको लेकर सबसे पहले स्वतंत्र समय ने सबसे पहले मामले की पडताल की और खुलासा किया था कि उक्त नियुक्ति पत्र फर्जी है, हालांकि इसके बाद भी उक्त युवक यह कतई मानने को तैयार नहीं था।
सस्ती लोकप्रियता पाने के लिए अपनाता है शॉर्टकट
उक्त युवा ने अपने घर के बाहर अपनी कार पर मानव अधिकार संगठन प्रदेश अध्यक्ष मप्र शासन की नेम प्लेट लगवा रखी थी, साथ ही गाडी पर हूटर लगे थे, जिसके चलते पुलिस ने चालानी कार्रवाई की थी। हालांकि कहा जा रहा है कि रुतवा दिखाने के लिए उसने ऐसा किया, लेकिन इस बार उक्त आरोपी का पैतरा उल्टा पड गया और अपने ही बुने जाल में फस गया।
कलेक्टर ने मामले को लिया था संज्ञान में
समाचार प्रकाशित होने के बाद भिण्ड कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव ने इस विषय को गंभीरता से लिया और पत्र की पडताल कराई, कूटरचित पाए जाने पर एफआईआर के निर्देश दिए, जिसके बाद पुलिस ने मामला दर्ज किया।

इनका कहना है-

वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशन में उक्त आरोपी पर एफआईआर दर्ज कर तलाश शुरू कर दी है।
मनीष धाकड, थाना प्रभारी गोहद