एक क्रांतिकारी नेता का अवसान : डॉ. गोविन्द सिंह

नेता प्रतिपक्ष ने शरद यादव को दी श्रृद्धाजंली

भिण्ड, 14 जनवरी। मप्र विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष डॉ. गोविन्द सिंह ने समाजवादी नेता शरद यादव के निधन पर शोक व्यक्त कर उन्हें श्रृद्धांजलि दी।
नेता प्रतिपक्ष डॉ. गोविन्द सिंह ने श्रृद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि शरद यादव अब हमारे बीच नहीं रहे, वे 75 वर्ष की उम्र में ही चले गए। स्व. शरद यादव एक क्रांतिकारी नेता थे, मैंने उनके साथ प्रदेश की संस्कारधानी जबलपुर में छात्र राजनीति की, वे जिंदा दिल इंसान थे। संबंधों को परखते थे और संबंधों को निभाना भी जानते थे। वे किसी भी दल में रहे हों लेकिन उनके संबंध सभी दलों के नेताओं से थे। मेरे तो उनसे पारिवारिक संबंध रहे। इन्हीं संबंधों के चलते वे कई बार मेरे विधानसभा क्षेत्र में चुनाव के दौरान भी आए। मुझे यह कहने में भी कोई संकोच नहीं है कि वे एक तरह से मेरे नेता भी रहे। प्रख्यात समाजवादी चिंतक स्व. राममनोहर लोहिया के वे और मैं दोनों ही अनुयायी रहे और समाजवाद के झण्डे तले राजनीति का ककहरा सीखा। स्व. शरद यादव जी से मेरे बहुत ही घनिष्ठ संबंध रहे। जब भी मैं दिल्ली गया, उनसे मिलकर जरूर आया। स्व. शरद यादव और मेरे राजनैतिक दल भले अलग-अलग थे लेकिन मेरे उनसे राजनीति से हटकर संबंध रहे। मैंने जबलपुर में उनकी छत्रछाया में ही छात्र राजनीति प्रारंभ की और बड़े-बड़े छात्र आंदोलन भी उनकी सरपरस्ती में हुए। वे संबंधों में राजनीति को आढ़े नहीं आने देते थे। राजनीति अपनी जगह और संबंध अपनी जगह। यही शरद जी की खूबी थी। मैंने लगभग आठ वर्ष पूर्व विधानसभा में भी यह स्वीकार किया था कि हां शरद यादव मेरे नेता थे और शरद यादव मेरे नेता है। मैंने स्व. शरद यादव के दिल में इंसानियत को देखा है। मैं उनके संघर्षों का चश्मदीद गवाह हूं। वे गरीब, शोषित, पीडि़त लोगों के नेता थे और उनके लिए सड़कों पर संघर्ष करने से नहीं चूकते थे। वह समय ही ऐसा था कि हजारों छात्र उनकी एक आवाज पर सड़कों पर उतर जाते थे। वे स्वाभिमानी थे और उनका आत्मबल बहुत मजबूत था। वे छात्र राजनीति से लेकर संसद की राजनीति तक किसी से कभी न डरते थे और ना ही दबते थे। आज वे हमारे बीच नहीं है लेकिन उनका व्यक्तित्व और कृतित्व हमारे बीच हमेशा रहेगा। आंदोलनों के शिखर पुरुष के रूप में उन्हें हमेशा याद किया जाऐगा। मेरी ओर से स्व. शरद यादव को विनम्र श्रृद्धाजंली। इस दु:ख की घड़ी में ईश्वर उनके परिवार को संबल प्रदान करें।