भिण्ड जिले के किसानों की मूंग का भुगतान शीघ्र किया जाए : दीक्षित

भारतीय किसान संघ के प्रतिनिधियों ने मुख्यमंत्री के साथ की बैठक

भोपाल, 19 अक्टूबर। वल्लभ भवन भोपाल में भारतीय किसान संघ के प्रतिनिधि महेश चौधरी के नेतृत्व में बैठक का आयोजन किया गया। जिसमें मप्र के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान एवं कृषि, सहकारिता, विद्युत विभाग, मण्डी बोर्ड राजस्व विभाग, पशु पालन विभाग के चीफ सेक्रेटरी भी शामिल हुए।


भिण्ड जिले के किसानों की समस्याओं के प्रति शासन का ध्यान आकर्षित करते हुए प्रदेश उपाध्यक्ष नमोनारायण दीक्षित ने बताया कि राजस्व विभाग में आपसी सहमति के बटवारे, सीमांकन, नामांतरण, इन्द्राज दुरस्ती, कंप्यूटर में फीडिंग, बंदोबस्त के बाद बनाए गए नक्शों आदि समस्याओं के निपटारे करने के लिए पंचायत स्तर पर कैम्प लगाए जाएं, किसानों को बिजली 14 घण्टे उपलब्ध कराई जाए, दस हॉर्सपावर की जगह 15 एचपी के बिल दिए जा रहे हैं, इस अभियान को बंद किया जाए, किसानों के फाल्स बिलों का निराकरण शीघ्र किया जाए, बिल सुधारने का अधिकार जेई एवं एई, डीई को भी दिया जाए, क्योंकि अभी यह अधिकार सिर्फ अधीक्षण यंत्री के पास होने से उपभोक्ता परेशान हो जाता हैं, निराकरण में दो तीन महीने तक लग जाते हैं, क्योंकि अधीक्षण यंत्री पर काम अधिक होने के कारण समय नहीं दे पाते हैं, ट्रांसफार्मर बदलने के लिए एम्बुलेंस सेवा शुरू की जाकर 24 घण्टे में फुंके ट्रांसफार्मर को बदला जाए, देशी गाय पालने वाले प्रत्येक किसान को 900 रुपए प्रति माह दिए जाएं। भिण्ड में मेडिकल एवं कृषि महाविद्यालय शीघ्र खोला जाए। अतिवृष्टि से हुए नुक्सान का मुआवजा एवं फसल बीमा का भुगतान किसानों को दिया जाए। शासकीय कार्य के अधिग्रहित भूमि का चार गुना क्षति पूर्ति राशि का भुगतान किया जाए। मुख्यमंत्री सम्मान निधि दस हजार रुपए की जाए, गौ अभ्यारण खोले जाए। भिण्ड में रैक पाइंट बनाने के लिए 50 लाख रुपए दिए जाएं। बीहड़ों की जमीन को फलोद्यान एवं औषधीय पौधों की खेती करने के लिए किसानों को आवंटित की जाए। चंबल संभाग का प्रसिद्ध धार्मिक स्थल बौरेश्वर धाम को धार्मिक पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया जाए।
बैठक में प्रदेश अध्यक्ष कमल सिंह अंजना, उपाध्यक्ष ओम नारायण पचौरी, महामंत्री चन्द्रकांत गौर, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रामभरोसे बासौतिया, अभा सह कोषाध्यक्ष राजेन्द्र पालीवाल, मध्य प्रांंत अध्यक्ष कैलाश सिंह ठाकुर, माल्या प्रांत के अध्यक्ष रामप्रसाद सूर्य, महाकौशल प्रांत प्रमुख भरत पटेल सहित 21 प्रमुख सदस्य शामिल हुए।