स्वस्थ्य बालक-बालिका स्पर्धा के विजेताओं को किया पुरस्कृत

महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा कार्यक्रम आयोजित

भिण्ड, 26 सितम्बर। सेवा पखवाड़ा अंतर्गत महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा जिला पंचायत सभागार में आयोजित कार्यक्रम में क्षेत्रीय सांसद श्रीमती संध्या राय के मुख्य अतिथ्य में स्वस्थ्य बालक-बालिका स्पर्धा के विजेता बालक-बालिकाओं का पुरस्कार वितरण किए गए। कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती कामना सिंह भदौरिया, जनपद अध्यक्ष भिण्ड श्रीमती सरोज सिंह एवं नगर पालिका अध्यक्ष श्रीमती वर्षा बाल्मिीकि, परियोजना अधिकारी भिण्ड ग्रामीण श्रीमती मनीषा मिश्रा, परियोजना अधिकारी भिण्ड शहरी श्रीमती बीना मिश्रा, बाल संरक्षण अधिकारी अजय सक्सैना सहित पर्यवेक्षक, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, स्वस्थ्य बालक- बालिका उपस्थिति रहे।
परियेाजना अधिकारी श्रीमती मनीषा मिश्रा और बाल संरक्षण अधिकारी अजय सक्सैना ने कुपोषण स्तर में आई कमी को अवगत कराते हुए बताया कि पोषण ट्रेकर एप के माध्यम से आंगनबाड़ी स्तर प्रत्येक बच्चें का लंबाई, बजन मापी जाकर पोषण स्तर में सुधार हेतु प्रयास किए जा रहे है। अति कुपोषित बच्चों को पोषण पुर्नवास केन्द्र (एनआरसी) में भर्ती कराया जाता है।
क्षेत्रीय सांसद श्रीमती संध्या राय द्वारा अपने उद्बोधन में विभाग की कार्यप्रणाली की सराहना करते हुए उन्होंने कहा कि भिण्ड जिला ने कुपोषण पर लगभग नियंत्रण पा लिया है। उन्होंने उपस्थिति आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं से उनके केन्द्र अंतर्गत दर्ज कुपोषित बच्चों की जानकारी व उन्हें सुपोषित करने हेतु अपनाई गई रणनीति के बारे में चर्चा की। उन्होंने महिला एवं बाल विकास से अपेक्षा की कि कोई भी कुपोषित बच्चा सुपोषित हुए बिना न छूटे। प्रत्येक बच्चे का डाटा रखें व फालोअप भी करें। आगामी तीन माह में लक्ष्य निर्धारित कर कुपोषण को समाप्त करने की कार्रवाई की अपेक्षा की गई।
उन्होंने उपस्थित सभी माताओं से अपेक्षा की कि स्वयं भी स्वस्थ्य रहें, अपना ध्यान रखें, बच्चे की मां स्वस्थ्य होगी तभी तो बच्चा स्वस्थ्य होगा। स्पर्धा में उत्कृष्ट रहने बाले बच्चों को प्रमाण पत्र व पोषण किट प्रदाय कर पुरस्कृत किया गया। कार्यक्रम में बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना के तहत बालिकाओं का सम्मान किया गया। व्यक्तिगत स्वच्छता की जानकारी दी जाकर स्वयं को सुपोषित रखने के तरीकों से अवगत कराया जाकर तथा पॉक्सों कानून की जानकारी देकर उक्त प्रशिक्षण सामग्री प्रदाय की जाकर सभी प्रतिभागियों के स्वल्पाहार की व्यवस्था की गई। सभी पुरस्कृत बालक, बालिकाओं को टीका लगाकर माला पहनाकर प्रमाण पत्र देकर तथा पोषण किट प्रदान की गई।