स्वतंत्रता के अमृत महोत्सव पर सच्ची लगन और प्रयासों से प्रेरणा लें : डॉ. सुमित्रा भदौरिया

अभासाप द्वारा सम्मान समारोह आयोजित

भिण्ड, 15 अगस्त। स्वतंत्रता प्राप्ति के लिए सेनानियों द्वारा किए गए श्रम और त्याग की बदौलत प्राप्त आजादी का हम अमृत महोत्सव मना रहे हैं। इसके लिए हमें नाटककार डॉ. संतकुमार लोहिया जैसी सच्ची लगन और प्रयासों से प्रेरणा लेनी चाहिए। उन्होंने सामाजिक विकास के नाट्य लेखन और मंचन में अपना सारा जीवन खपा दिया। यह विचार अखिल भारतीय साहित्य परिषद जिला शाखा भिण्ड द्वारा आयोजित सम्मान समारोह में बतौर मुख्य अतिथि डॉ. सुमित्रा भदौरिया ने व्यक्त किए।
शुभारंभ में अध्यक्ष डॉ. विनोद सक्सेना, विशेष अतिथि देवेन्द्र जैन बकील साहब ने सरस्वती माता के चित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्जवलन किया। प्रदीप बाजपेयी युवराज ने उपस्थित साहित्यकारों का तिलक लगा कर स्वागत किया। संचालन संस्था संरक्षक डॉ. सुखदेवसिंह सेंगर ने किया।
नाट्य लेखक डॉ. संतकुमार लोहिया को विक्रमशिला हिन्दी विद्यापीठ ईशीपुर भागलपुर से प्राप्त ‘भारत गौरव’ की सम्मानोपाधि अध्यक्ष रामशंकर शर्मा, सचिव डॉ. परमाल सिंह कुशवाह, कार्यक्रम अध्यक्ष एवं मुख्य अतिथि ने सामूहिक रूप से माल्यार्पण कर प्रदान की। डॉ. विनोद सक्सेना ने डॉ. लोहिया के नाट्य लेखन और मंचन पर विस्तार से प्रकाश डाला। इस अवसर पर संदीप सिंह कुशवाह, वरुण सिंह भदौरिया, प्रकाश चौधरी, मिजाजीलाल जैन, रामेन्द्र चौधरी, श्रीमती अजय सेंगर विशेष रूप से उपस्थित रहे। अंत में आभार परिषद के सचिव डॉ. परमाल सिंह ने व्यक्त किया।