लहार-रौन जनपद में भी लहराया डॉ. गोविन्द सिंह का परचम

दोनों जनपद पंचायत अध्यक्ष के लिए निर्विरोध जीते कांग्रेस उम्मीदवार

भिण्ड, 27 जुलाई। ग्वालियर-चंबल अंचल में नगरीय निकाय चुनाव के नतीजों में कांग्रेस को मिली बड़ी सफलता के नायक रहे मप्र विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष डॉ. गोविन्द सिंह ने एक बार फिर अपनी सियासी सियासी चातुर्यता का लोहा मनवा दिया है। अलबत्ता नगरीय निकायों के बाद हुए जनपद अध्यक्ष चुनाव में भिण्ड जिले की लहार तथा रौन जनपद अध्यक्ष की आसंदी पर कांग्रेस उम्मीदवारों की निर्विरोध जिताकर प्रदेश की सत्ता पर काबिज भातपा को करारा झटका दिया है।
भिण्ड जिले की लहार जनपद पंचायत अध्यक्ष की आसंदी के लिए कांग्रेस की उम्मीदवार श्रीमती मीनासिंह पत्नी मानवेन्द्र सिंह को निर्विरोध निर्वाचित घोषित किया गया। जबकि रौन जनपद पंचायत अध्यक्ष की आसंदी के लिए कांग्रेस उम्मीदवार हरनाम सिंह गुर्जर निर्विरोध चुने गए हैं।
उल्लेखनीय है कि जनपद पंचायत के इन नतीजों से पहले नगरीय निकाय चुनाव के नतीजों के बाद बाद विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष डॉ. गोविन्द सिंह का कद कांग्रेस के बड़े क्षत्रपों के मुकाबले बढ़ा है। उनके कुशल नेतृत्व का परिणाम रहा कि न केवल भिण्ड में भाजपा का सफाया हो गया, बल्कि ग्वालियर-चंबल संभाग में कांग्रेस को महापौर चुनाव में पहली बार कामयाबी हासिल हुई। इस कामयाबी से न केवल महल का तिलस्म टूटा, बल्कि मुरैना में भी केन्द्रीय मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर के वोट बैंक में सेंध लगा दी। डॉ. गोविन्द सिंह ने ग्वालियर महापौर चुनाव में कांग्रेस को कामयाबी दिला कर यह संदेश दे दिया है कि सिंधिया के कांग्रेस में रहने की वजह से अपना जनाधार भिण्ड तक ही सीमित रखा था। कांग्रेस महल मुक्त हो गई है। यही वजह रही कि 57 साल बाद कांग्रेस ने ग्वालियर के इतिहास को पलट दिया। पूरे चुनावी परिदृश्य पर नजर डालें तो इस चुनाव में ग्वालियर-चंबल में नेता प्रतिपक्ष डॉ. गोविन्द सिंह की बदौलत ही सियासी हालात यह बन गए कि सत्ताधारी दल के बड़े-बड़े दिग्गजों की रणनीति धरी रह गई।