भितरघात करने वाले क्या नापेंगे कटारे की औकात : अरुण

बघेल को हटाकर गोविन्द सिंह ने अपनी ही राजनीतिक कब्र खोदी

भिण्ड, 23 जुलाई। भिण्ड जिला कांग्रेस में वर्चस्व की लड़ाई के चलते दो दिन से जारी राजनीतिक घटना क्रम में आपसी विवाद अब और गहराता जा रहा है, पूर्व मंत्री डॉ. गोविन्द सिंह के हेमंत कटारे को उनकी औकात बताने वाले बयान का पलटवार करते हुए किसान कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष और वरिष्ठ नेता अरुण कटारे ने कहा कि लहार विधायक डॉ. गोविन्द सिंह को हेमंत की औकात बताने से पहिले अपनी स्वयं की औकात नापनी चाहिए। वैसे भी भितरघात करने वाले गद्दारों से सामने से हमला करने वाले शेरों से कोई तुलना नहीं की जाती।
कमलनाथ के कट्टर समर्थक किसान नेता अरुण कटारे ने कहा कि डॉ. सिंह स्व. सत्यदेव कटारे के सामने भी अपनी औकात देख लेते। सबको पता है लोकसभा चुनाव के लिए टिकट के लिए यही डॉ. गोविन्द सिंह को स्व. कटारे के समक्ष गिड़गिड़ाते हुए दो घण्टे कोठी पर इंतजार करते देखा है। उन्होंने कि कहा कांग्रेस कमलनाथ के नेतृत्व में अपना जानधार एवं विश्वसनीयता बराबर बढ़ाती जा रही है, ऐसे में ऐसी प्रतिक्रिया व्यक्त करने से प्रदेश की जनता में कांग्रेस का जनाधार एवं विश्वसनीयता कैसे कायम रहेगी। जहां तक हेमंत कटारे का सवाल है वे स्व. सत्यदेव कटारे के पुत्र होने के कारण राजनीति विरासत में मिली है, वे राष्ट्रीय एवं प्रांतीय राजनीति में पहिचान के मोहताज नहीं हैं, जिले की राजनीति में उनका बर्चस्व है। स्व. कटारे के जिंदा रहते हुए डॉ. सिंह राष्ट्रीय एवं प्रांतीय राजनीति में हमेशा उनके सामने अपने कद को ही तरह बौने साबित हुए। ये बात डॉक्टर को नहीं भूल नी चाहिए। शायद इसी पुरानी खीज के चलते पूर्व मंत्री डॉ. सिंह ने मेहगांव उपचुनाव में केन्द्रीय मंत्री नरेन्द्र तोमर और और प्रदेश के मंत्री अरविंद भादौरिया के साथ हुए समझौते के चलते हराने का कार्य किया है। ऐसे फूल छाप कांग्रेस नेता ही पार्टी के साथ धोखा दे रहे हैं।
कांग्रेस नेता अरुण कटारे ने पूछा कि डॉ. गोविन्द सिंह बताएं अगर भाजपा नेताओं से समझौता नहीं है तो लहार में हर बार विधानसभा चुनाव आप जीतते हैं, लेकिन लोकसभा में पार्टी लहार में हर बार क्यों हारती है, आप पर आरोप यदि गलत है तो पता करो विश्वनाथ शर्मा, उदयन शर्मा, बालेन्दु शुक्ला, सत्यदेव कटारे और इमरती देवी सहित सभी लोगों ने एआईसीसी को आपके खिलाफ भितरघात की शिकायत क्यों की? इसीलिए साक्षात को प्रमाण की आवश्यकता नहीं होती। इसलिए सच को सुनकर गोविन्द सिंह बौखला गए हैं, वैसे भी सत्य हमेशा कड़वा होता है। कटारे ने मेहगांव प्रत्याशी हेमंत कटारे के आरोपों की जांच केन्द्रिय नेतृत्व से करने की मांग की है।

जयश्रीराम बघेल पार्टी के समर्पित नेता

किसान कांग्रेस के वरिष्ठ प्रदेश उपाध्यक्ष अरुण कटारे ने कहा कि जयश्रीराम बघेल पार्टी के सबसे समर्पित नेता रहे हैं, जो उन्होंने पार्टी के लिए अपनी सरकारी नौकरी का त्याग कर प्रमाणित किया था। उनके समय पार्टी ने बहुत मजबूती मिली, सिंधिया के जाने के बाद उन्होंने न सिर्फ पार्टी के लिए उनका साथ छोड़ा बल्कि सबसे ज्यादा हमला भी सिंधिया पर उन्होंने ही किया। लेकिन जिस तरह से जीवन के अंतिम पड़ाव पर एक सम्मानजनक विदाई की जगह निजी स्वार्थ के चलते डॉ. गोविन्द सिंह ने अपने दवाब में उनको पद से हटाया ये सिर्फ बघेल का नहीं बल्कि संपूर्ण बघेल समाज और पार्टी के समर्पित कार्यकर्ताओं का अपमान है, जिसका खामियाजा डॉ. सिंह को आने वाले चुनाव में मिल जाएगा। 25 हजार से ज्यादा लहार का बघेल समाज जो डॉ. सिंह को अपना 90 प्रतिशत मतदान कर समर्थन देता था, उनका अपमान कर उन्होंने अपनी राजनीतिक कब्र खोदने का कार्य किया है।