पर्यावरण प्रेमियों पर दर्ज मुकदमे वापस लिए जाएं : दौनेरिया

भिण्ड, 29 मई। पर्यावरण प्रेमियों पर दर्ज मुकद्दमे वापस लिए जाएं, वृक्ष बचाना कोई अपराध नहीं है, वृक्ष प्रेमियों का आंदोलन नौ दिन से शांतिपूर्वक चल रहा था, किसी भी प्रशासनिक अधिकारी ने धरने पर आकर उन्हें आश्वासन नहीं दिया कि वृक्षों की कटाई नहीं की जाएगी, जो पूर्व भिण्ड जिलाधीश रहे टी इलैया राजा द्वारा भिण्ड के लोगों को उत्साहित कर गौरी सरोवर सहित भिण्ड में कई स्थानों पर सुंदर पौधारोपण कराया गया था इन लोगों द्वारा वृक्ष लगाए गए थे। जनता द्वारा लगाए गए पेड़ों को सरकार और उनके प्रतिनिधियों द्वारा विकास के नाम से काटे जाते हैं, पर्यावरण प्रेमियों पर दर्ज मुकद्दमे वापिस लेने के लिए जिला प्रशासन से अपील की।
प्रशासन द्वारा तलघर के नाम पर शील की गई कोचिंग को खुलवाने की मांग माक्र्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के जिला सचिव मंडल सदस्य अनिल दौनेरिया ने की। उस कोचिंग के छात्रों की पढ़ाई पर प्रभाव न पड़े शहर में तलघरों में कोचिंग, स्कूल, व्यापारिक प्रतिष्ठान शहर में चल रहे हैं, एक कोचिंग पर कार्रवाई प्रशासन की संकुचित सोच है। माकपा नेता दौनेरिया ने कहा कि तहसीलदार के आवेदन पर आंदोलन करने वाले लोगों पर मुकद्दमा दर्ज हुआ है, आंदोलनकारियों ने तहसील कार्यालय के चेंबर में घुसकर शासकीय कार्य करने में बाधा पंहुचाई थी, यह प्रशासनिक झूठ है। कोई भी आंदोलनकारी जिलाधीश कार्यालय पर प्रदर्शन धरना करते हैं न कि तहसील मुख्यालय पर, फिर पर्यावरण प्रेमियों को तहसील मुख्यालय पर कैसे पंहुचे इसकी जांच होनी चाहिए। प्रशासन के चैंबर तक आंदोलन करने वाले कैसे पंहुचे वहां तैनात सुरक्षा व्यवस्था के लिए पुलिस प्रशासन कहा था। उक्त सवाल माकपा नेता अनिल दौनेरिया ने प्रशासन पर किए। दमन से जन आंदोलन मजबूत होते हैं, वृक्ष जनता के प्राण दायक हैं, प्रशासन पौधे काटना बंद कर आंदोलन करने वाले पर दर्ज मुकद्दमे वापिस ले, तभी आंदोलन वापिस होगा अथवा जनता जनार्दन आंदोलन तेज करेगी।