अहंकार मनुष्य के नाश का कारण : बाल शक्ति पूर्वी व्यास

ग्राम चौरई में दुर्गा माता मन्दिर चल रही है श्रीमद् भागवत कथा

भिण्ड, 29 मई। लहार क्षेत्र के ग्राम चौरई में दुर्गा माता के मन्दिर पर भव्य श्रीमद् भागवत कथा का आयोजन किया जा रहा है। जिसमें तीसरे दिन कथा वाचक बाल शक्ति पूर्वी व्यास ने विदुर चरित्र, देवभूति कपिल संवाद एवं ध्रुव चरित्र की महिमा का वणन किया।
कथा वाचिका पूर्वी व्यास ने बताया कि अहंकार मनुष्य के नाश का कारण होता है। संसार में यदि नाम रोशन करना है तो सबसे पहले अहंकार पर काबू पाना होगा। उन्होंने बताया कि एक बार मोमबत्ती से पूछा गया, जलती तो बत्ती है तू क्यों पिघलती है तो मोमबत्ती ने कहा- जिसको अपने दिल में समाकर रखा हो उस पर आंच आए तो कैसे न पिघलूं। ठीक वैसे ही भक्त भगवान के हृदय में समाए हुए हैं। भक्तों पर कष्ट आए तो भगवान सहन नहीं कर पाते। उन्होंने कथा का सार समझाते हुए कहा कि अपना मान भले टल जाए, भक्त का मान न टलते देखा।
यह श्रीमद् भागवत कथा समस्त ग्रामवासियों से करवाई जा रही है, जो प्रतिदिन दोपहर तीन बजे से शाम छह बजे तक है। इस अवसर पर बाल शक्ति पूर्वी ब्यास के अलावा सभी साथी कलाकार, परीक्षित लखल लाल-हर्षमुखी शर्मा, व्यवस्थापक अमित मिश्रा, गिरीश शर्मा (गुड्डू), गिरीश उदैनिया, कुलदीप कालिया, बबलू उदैनिया, राकेश उदैनिया, नीतू शर्मा, शिवम उदैनिया, राहुल वशिष्ठ, प्रफुल्ल शर्मा, नरेन्द्र शर्मा, जितेन्द्र शर्मा, हरिओम पाठक, दीपक शर्मा, सतीश खरे एवं भारी संख्या में कथा को सुनने के लिए ग्रामवासी एवं आस-पास के गांव से आए श्रृद्धालु उपस्थित थे। कथा समापन के पश्चात सभी भक्तों एवं कथा प्रेमियों के भोजन की व्यवस्था ग्रामवासियों द्वारा की गई।