प्रशासन और व्यापारियों की हठ धर्मी से परेशान हो रहे हैं किसान : दीक्षित

किसानों ने हाईवे पर लगाया चक्का जाम

भिण्ड, 11 मई। किसान बुधवार को अपनी कृषि उपज लेकर भिण्ड मण्डी के अंदर आया तो हम्माल पल्लेदारों की हड़ताल होने से किसी भी व्यापारी ने किसानों की उपज पर बोली नहीं लगाई, मजबूरन होकर किसानों ने शाम 4:30 पर हाईवे पर जाम लगा दिया। जिसके लिए मण्डी प्रशासन एवं एसडीएम व व्यापारी उत्तरदाई हैं। किसानों द्वारा लगाए गए चक्काजाम का नेतृत्व सीटू तोमर, अविलाख सिंह, फूलसिंह कुशवाह, रणवीर, मायाराम शर्मा, अनुरुद्ध सिंह, साहिब सिंह भदौरिया, आशाजीत बघेल, आदि ने किया। इनके अलावा सैकड़ों किसान ट्रैक्टर ट्रालियों के साथ हाईवे पर मौजूद रहे।
मप्र किसान सभा के जिला अध्यक्ष राजीव दीक्षित ने प्रेस को जारी विज्ञप्ति में बताया कि हम्माल पल्लेदार द्वारा अपनी मजदूरी बढ़ाने के लिए 30 अप्रैल को मण्डी सचिव एवं एसडीएम को ज्ञापन दिया गया था, जिसमें सात दिन बाद मजदूरी न बढ़ाने पर हड़ताल का नोटिस था। पांच और सात मई की बैठक स्थगित होने के कारण जब 10 मई को बैठ आयोजित की गई, जिसकी विधिवत सूचना न हम्माल पल्लेदारों को और न व्यापारियों को, किसानों को पूछता कौन? जबकि आधी मजदूरी किसान देता है। तो उसमें न तो संपूर्ण व्यापारियों का प्रतिनिधित्व था और ना ही किसानों के किसी भी संगठन और उनके प्रतिनिधियों को बुलाया गया था। एसडीएम मकी अध्यक्षता में हुई बैठक में कुछ व्यापारी उपस्थित थे, उन्होंने एक तरफा 40 पैसा प्रतिवर्ष प्रति 50 किलो बढ़ाने का फैसला सुना दिया। जबकि हम्माल पल्लेदार यूनियन एक रुपए प्रति प्रतिवर्ष बढ़ाने की मांग कर रहे थे, फिर उन्होंने 60 पैसे प्रति वर्ष तीन रुपए मजदूरी बढ़ाने की मांग रखी, जैसे व्यापारी और प्रशासन ने ठुकरा दिया।