डॉ. मुखर्जी के विचारों और संकल्प को लेकर संगठन को मजबूत करें कार्यकर्ता : शिवप्रकाश

जनसंघ के संस्थापक डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी की जयंती पर भाजपा का वर्चुअल ई-प्रशिक्षण आयोजित

भिण्ड, 07 जुलाई। जनसंघ के संस्थापक डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी के बलिदान दिवस से उनकी जयंती तक आयोजित कार्यक्रमों की श्रृंखला में उनके विचारों को लेकर वर्चुअल प्रशिक्षण शिविर संपन्न हुआ।
प्रशिक्षण में मुख्य वक्ता के रूप में भाजपा के राष्ट्रीय सह संगठन महामंत्री शिवप्रकाश ने डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी के व्यक्तित्व व कृतित्व पर विस्तार से प्रकाश डालते हुए कहा कि प्रखर राष्ट्रवादी वक्ता एवं महान शिक्षाविद डॉ. मुखर्जी आजादी के समय न होते तो आज भारत देश खण्ड-खण्ड में होता। भारत की एकता एवं अखण्डता के लिए मुखर्जी ने अपनी महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वहन कर देश की अखण्डता के लिए अपने प्राणों को न्यौछावर कर दिया। आजाद भारत ऐसे प्रथम बलिदानी एवं जनसंघ के संस्थापक डॉ. मुखर्जी की विचारधारा को लेकर केन्द्र और राज्य की भाजपा सरकार है, जो उनके अंत्योदय मिशन के साथ विकास की दिशा में कार्य कर रही है।
प्रशिक्षण में राष्ट्रीय सह संगठन मंत्री ने डॉ. मुखर्जी के जीवन पर प्रकाश डालते हुए कहा कि वे 33 वर्ष की आयु में कोलकाता विश्वविद्यालय के कुलपति बने जिन्होंने शिक्षा के क्षेत्र में कई विषयों पर कोर्स प्रारंभ कर नई शिक्षा नीति से छात्रों को पाठ्यक्रम में अध्ययन के लिए कार्य किए और उन्होंने देश की एकता और अखडता के लिए भी अपने कठोर संघर्ष के साथ देश की जनता के लिए उन्होंने कार्य किया। उन्होंने कहा कि डॉ. मुखर्जी के विचार हम सबके लिए प्रेरणा के बिंदु हैं। पार्टी के सब कार्यकर्ता बूथ केन्द्रों तक उनके विचारों को लेकर संगठन की मजबूती के लिए कार्य करें। प्रशिक्षण में सांसद संध्या राय, पार्टी जिलाध्यक्ष नाथूसिंह गुर्जर, अवधेश सिंह कुशवाह एडवोकेट वीरेन्द्र सिंह राणा, भाजपा विधि प्रकोष्ठ के प्रदेश सह संयोजक एडवोकेट राममिलन शर्मा, संजीव कांकर, मुन्नासिंह भदौरिया, अशोक चौधरी, रोमेश महंत, देवेन्द्र सिंह नरवरिया, अम्बरीश शर्मा गुड्डू, कृष्णकांता तोमर, पूर्णिमा भदौरिया, गुरूदेव सिंह नरवरिया, रामप्रकाश माझी, देवेन्द्र सिंह, सुनील सिंह भदौरिया, रामनरेश शर्मा, सुंदरपाल सिंह कुशवाह आदि वर्चुअल के माध्यम से जुड़े।