प्रोग्रेस-वे के नाम पर जमीन अधिग्रहण के खिलाफ प्रदर्शन 14 को
किसान सभा अटेर एसडीएम कार्यालय पर करेगी प्रदर्शन, सौंपेगी ज्ञापन
भिण्ड, 10 मार्च। विकास के नाम पर जिन किसानों की जमीन अधिग्रहित कर अटल प्रोग्रेस-वे रोड बनाई जा रही है] उसमें करीब 30 हजार किसान प्रभावित होगा। किसान सभा प्रोग्रेस-वे रोड के खिलाफ नहीं है। मगर जो किसान उजाड़े जा रहे हैं उनके समर्थन में किसान सभा द्वारा 14 मार्च को अटेर एसडीएम कार्यालय पर प्रदर्शन कर ज्ञापन दिया जाएगा। यह निर्णय मप्र किसान सभा जिला इकाई की बैठक में लिया गया है।
जानकारी देते हुए किसान सभा के जिला सचिव वीरेन्द्र कुशवाह ने बताया कि 14 मार्च से पूर्व अम्बाह से चंबल किनारे प्रभावित किसानों के बीच मप्र किसान सभा की अगुवाई में मोटर साइकिल जत्था निकाला जाएगा, इसके माध्यम से पर्चा वितरित कर आन्दोलन को तेज किया जाएगा। कुशवाह ने बताया कि 14 मार्च को अम्बाह, मुरैना, जौरा, सबलगढ़, श्योपुर को अलावा अटेर एसडीएम कार्यालय पर प्रदर्शन के लिए अभियान चलाया जाएगा। आंदोलन का नेतृत्व मप्र किसान सभा राज्य सचिव प्रेमनारायण माहौर, राज्य समिति सदस्य एवं जिलाध्यक्ष राजीव दीक्षित के अलावा नारायण शर्मा राजेन्द्र कुशवाह, राजेश शर्मा सहित तमाम नेता करेंगे।
उन्होंने बताया है कि अटेर से मुरैना, श्योपुरकलां से होते हुए 404 किमी लम्बी अटल प्रोग्रेस-वे रोड का निर्माण किया जा रहा है। यह रोड बीहड़ के बीचों-बीच बनाई जाएगी चंबल किनारे से तीन किमी छोड़कर 6 लेन की सड़क होगी। उन्होंने बताया कि यह जमीन कार्पोरेट व पूंजीपतियों को दी जाएगी। कुल मिलाकर बीहड़ की लाखों बीघा जमीन कंपनियों द्वारा हड़प ली जाएगी। इस अटल प्रोफेस-वे के लिए जो जमीन अधिग्रहीत की जा रही है उनको जमीन के बदले दोगुनी जमीन देने की मुख्यमंत्री को घोषणा करनी पड़ी। परंतु यह मुआवजा कानून के अनुसार कम है, बाजार मूल्य से तीन से पांच गुना मुआवजा दिया जाना चाहिए। बैठक में लक्ष्मन कुशवाह, श्यामबाबू शाक्य, रामगोपाल सिंह कुशवाह, प्रीतम कुशवाह, बल्ली बाथम, जयसिंह माहौर, मुन्नालाल कुशवाह आदि किसान नेता मौजूद थे।