महामण्डल विधान एवं विश्व शांति महायज्ञ 10 से 18 तक

महामृत्युंजय तीर्थ स्थल चंबल तट पर होगा कार्यक्रम का आयोजन

भिण्ड, 07 मार्च। महामृत्युंजय तीर्थ क्षेत्र चंबल तट पर विराजमान मरसलगंज गौरव आचार्य सौभाग्य सागर महाराज, मुनि सुरत्न सागर महाराज के ससंघ सानिध्य में आचार्य सौभाग्य सागर महाराज की रजत जैनेश्वरी मुनि दीक्षा दिवस के पावन प्रसंग एवं होली के अवसर पर 25 परिवारों द्वारा श्री 1008 सिद्धचक्र महामण्डाल विधान एवं विश्वशांति कामना महायज्ञ का आयोजन 10 से 18 मार्च तक होने जा रहा है।
जानकारी देते हुए मीडिया प्रभारी मनोज जैन ने बताया कि चंबल के तट पर महामृत्युंजय तीर्थ क्षेत्र बनाने वाले आचार्य सौभाग्य सागर महाराज ने महामृत्युंजय विधान एवं सिद्धचक्र महामण्डल विधान के माध्यम से लोगों की आदि-व्याधि को दूर किया है, जिसमें वहां पर प्रतिदिन महा मृत्युंजय का पाठ भगवान का नित्य अभिषेक एवं शांतिधारा का आयोजन किया जाता है, जिसमें कई लोगों की समस्यााओं का निदान हुआ है। इस बार अष्ठान्हिका पर्व के अवसर पर सिद्धचक्र महामण्डल विधान का आयोजन किया जा रहा है। जिसमें 25 परिवारों के द्वारा उक्त विधान होगा। आचार्य सौभाग्यण सागर महाराज, मुनि सुरत्न सागर महाराज स्वयं अपने मुखार बिन्दु से महामृत्युं जय का जाप एवं सिद्धचक्र महामण्डल विधान के अघ्र्यों को बोलकर चढ़वाएंगे। जिससे लोगों की आदि व्याधियां दूर होंगी।

रूपेश जैन की भजन संध्या 18 को

महामृत्युंजय तीर्थ क्षेत्र चंबल तट पर सिद्धचक्र महामण्डल विधान के समापन पर 18 मार्च को दोपहर एक बजे से भजन सम्राट रूपेश जैन द्वारा भक्ति के रंग गुरूवर के संग कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा। श्रृद्धालुओं को कार्यक्रम में पहुंचने के लिए 18 मार्च को नि:शुल्क बसें जाएंगी।