भिण्ड, 21 फरवरी। माध्यमिक शिक्षा मण्डल द्वारा मप्र में हाईस्कूल और हायर सेकेण्ड्री के छात्र-छात्राओं की परीक्षा आयोजित कराई जा रही हैं, सोमवार को हायर सेकेण्ड्री के कुछ परीक्षार्थी शा. उमावि क्र.एक में परीक्षा देने पांच से 10 मिनिट लेट पहुंचे तो उन्हें गेट के अंदर जाने से रोक दिया गया, जिससे गुस्साए छात्र-छात्राओं ने एक्सीलेंस स्कूल क्र.एक के गेट के सामने ही सड़क पर श्रृंखला बनाकर विरोध शुरू कर दिया।
परीक्षार्थियों ने आरोप लगाया कि हम दिए गए समय नौ बजे से पहले ही आ गए थे, इसके बावजूद भी हमें प्रवेश नहीं दिया गया, परीक्षार्थियों के विरोध की सूचना पर प्रशासनिक अधिकारियों में हड़कंप सा मच गया, तत्काल पुलिस फोर्स भी मौके पर पहुंच गई और जाम खोलने के लिए कहा, लेकिन परीक्षार्थी उनकी बात सुनने को तैयार नहीं हुए, तब सीएसपी ने कहा कि इस तरह सड़क पर विरोध प्रदर्शन अपराध की श्रेणी में आता है, सड़क से हटकर अपना विरोध जताओ, तब भी छात्र सड़क से नहीं उठे, उनका यही कहना था कि कलेक्टर को बुलाओ या प्रवेश दिलाओ? हालांकि मौके पर पहुंचे स्कूल संचालक द्वारा समझाइश देने पर बच्चों ने जाम खोल दिया, लेकिन प्रशासन के खिलाफ परीक्षार्थियों द्वारा लगाए गए जाम ने जिला प्रशासन की कार्यशैली पर प्रश्न चिन्ह लगा दिए। परीक्षा का समय सुबह 10 बजे से एक बजे रखा गया है, कोरोना गाइड लाइंस को देखते हुए थर्मल स्क्रीनिंग के लिए बच्चों को सुबह नौ बजे तक सेंटर पर पहुंचना था तथा परीक्षा समय के 15 मिनिट पहले परीक्षा हॉल में प्रवेश किया जाना बोर्ड द्वारा जारी प्रवेश पत्र में लिखा गया है। लेकिन भिण्ड कलेक्टर ने बोर्ड परीक्षा में 8:45 बजे के बाद किसी भी प्रकार का प्रवेश बंद रखा है, परीक्षार्थियों का कहना है कि 8:50 बजे सेंटर पर पहुंचे तो गेट बंद कर दिया, अंदर नहीं आने दिया गया।
विपक्ष ने ठहराया कलेक्टर को जिम्मेदार
हायर सेकेण्ड्री परीक्षा में पेपर देने से वंचित छात्र-छात्राओं का भिण्ड कलेक्टर को जिम्मेदार ठहराते हुए कांग्रेस जिला प्रवक्ता डॉ. अनिल भारद्वाज ने ट्विटर पर वीडियो अपलोड किया है। डॉ. भारद्वाज ने नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि भिण्ड के बच्चों के साथ अन्याय हम जिलेवासी एवं कांग्रेस पार्टी कतई बर्दास्त नही करेंगे। कभी विषय विशेषज्ञ शिक्षकों को थानों में बैठाने, कभी कलमकारों की आवाज दबाने के लिए उन पर षणयंत्र पूर्वक एफआईआर कराने और छात्रों को पेपर देने से वंचित रखना, मैं कलेक्टर के ऐसे आदेश की निंदा करता हूं, जिला प्रशासन की ईंट से ईंट बजा दूंगा। शिवराज जी मुझे संवेदनहीन और मूर्खतापूर्ण निर्णय लेने वाले कलेक्टर नहीं चाहिए। उन्होंने कहा कि आपने मेरे जिले के बच्चों का भविष्य बिना प्लानिंग कर खराब किया है, पेपर 10 बजे से और बच्चों को 8.50 पर भी इंट्री नहीं? आप नकल के दाग को मिटा रहे हैं या बच्चों के भविष्य को मिटा रहे हैं।
विरोध के चलते बदला प्रवेश का आदेश
परीक्षार्थियों को परीक्षा हॉल में प्रवेश को लेकर हुए विरोध प्रदर्शन और कांग्रेस जिला प्रवक्ता डॉ. अनिल भारद्वाज के बयान के चलते माध्यमिक शिक्षा मण्डल भोपाल द्वारा परीक्षार्थियों का परीक्षा हॉल में प्रवेश का समय बदला गयाऔर छात्रों को परीक्षा केन्द्र पर सुबह 9:45 बजे तक प्रवेश का समय कर दिया गया। अब सवाल बनता है कि उन परीक्षार्थियों का क्या होगा जो अब तक परीक्षा देने से वंचित रह गए?