बरहद में चल रही भागवता कथा में किया शिव विवाह का वर्णन

भिण्ड, 20 फरवरी। मेहगांव क्षेत्र के ग्राम बरहद में मोनी बाबा के पुराने मन्दिर स्थित ताल वाले हनुमाजी पर अखिल कोटि ब्रह्माण्ड नायक भगवान श्री राधा-कृष्ण, हनुमान जी महाराज की कृपा संगीतमय श्रीमद् भागवत ज्ञान यज्ञ में तृतीय दिवस की पावन बेला में भागवत आचार्य पं. रामअवतार कटारे ने अपने मुखारविंद से कालों के काल महाकाल भगवान शिव के विवाह का वर्णन किया। शिवशंकर भोलेनाथ के विवाह में बारात अद्भुत रूप से निकली, जिसे देखकर नर नारी अचंभित हुए, ये कैसे बरात आई है, इसमें किसी के मुख नहीं है और किसी के चार चार मुख हैं। ब्रह्मा जी ने श्रष्टि की रचना की, ब्रह्मा जी ने सबसे पहले मनु सतरूपा को अपने दाएं एवं बाएं अंग से उतपन्न किया। इसके बाद इस संसार को आगे बढ़ाया। कथा में सुंदर झांकी देखकर श्रोताओं ने भरपूर आनंद लिया। परीक्षित शिवनारायण दोनेरिया ने पूजन किया।