सामाजिक समरस्ता के जनक थे संत रविदास : जैन

गोरमी में भाजपा ने मनाई संत रविदास की जयंती

भिण्ड, 16 फरवरी। भारतीय जनता पार्टी मण्डल गोरमी द्वारा संत रविदास की 654वी जयंती पर 64 बूथ केन्द्रों पर हरिजन वस्तियों में कार्यक्रम का आयोजन किया गया। गोरमी नगर का मुख्य कार्यक्रम नगर के वार्ड क्र.एक कदमनपुरा पर किया गया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में पूर्व जिला महामंत्री सुरेन्द्र जैन एवं अध्यक्षता मण्डल अध्यक्ष सुभाष थापक ने की। विशेष अतिथि के रूप में किसान मोर्चा के जिला महामंत्री पटेल यादव मौजूद थे। कार्यकर्म के प्रारंभ में सभी अतिथियों ने संत रविदास के चित्र पर माल्यार्पण कर उनको नमन किया, सभी अतिथियों का स्वागत भूत अध्यक्ष रायसिंह जाटव ने किया।
कार्यक्रम के प्रारंभ में स्वागत भाषण में मण्डल अध्यक्ष सुभाष थापक ने कहा कि संत रविदास जी आधुनिक भारत के सच्चे निर्माता थे, वह सामाजिक समरसता के बाहक थे, सामाजिक समानता के पक्षधर थे, हमसब उनको समरसता के आध्यात्मिक उपासक संत भी कह सकते हैं।
मुख्य अतिथि पूर्व जिला महामंत्री सुरेन्द्र जैन ने कहा कि संत रविदास जी ने तत्कालीन सामाजिक समस्याओं का व्यावहारिक समाधान उन्मुक्त भाव से व्यक्त करते हुए किसी संप्रदाय का विरोध नहीं किया बल्कि उनकी अंतरात्मा को जगाकर पारंपरिक श्रृद्धाभाव और बंधुता का संदेश दिया। रविदास जी की समकालीन अनेक संतों ने उनकी प्रशंसा की। संत कबीर ने कहा कि वर्तमान साधुओं में रविदास सर्वश्रेष्ठ संत है, सिखों के धर्मगुरु ग्रंथ साहब में भी संत रविदास के 40 पद सम्मान के साथ सम्मिलित किए गए। वे कहते थे यदि बड़े आदमी बनना चाहते हो तो बड़े कर्म करो, संत रविदास की आर्थिक स्थिति अत्यंत दयनीय थी, किंतु वे कभी किसी के आगे झुके नहीं और निरंतर धर्म मार्ग पर चलकर संघर्ष करते रहे। जैन ने केन्द्र की नरेन्द्र मोदी सरकार द्वारा दलित समाज के हित में चलाई जा रही कल्याणकारी योजनाओं को भी विस्तार से बताया।
कार्यक्रम का संचालन मण्डल महामंत्री निर्मल आर्य एवं अंत में आभार बूथ अध्यक्ष रायसिंह जाटव व्यक्त ने किया। इस मौक्े पर अरविंद जैन, आदर्श शर्मा, सुभाष जाटव, रामनारायण बघेल, पातीराम जाटव, लायकराम जाटव, मंशाराम जाटव, बाबूराम जाटव, शेरसिंह, विजय कुमार, रामशरण जाटव, ज्ञानसिंह जाटव आदि कार्यकर्ता मौजूद थे।