सत्संग से हमें धर्म पर चलने की प्रेरणा मिलती है : रामदास महाराज

ग्राम गढ़ी में तीन दिवसीय रामचरित मानस सम्मेलन आयोजित

भिण्ड, 30 जनवरी। हनुमान जी के मन्दिर ग्राम गढ़ी में श्रीश्री 1008 महामंडलेश्वर महंत श्री रामदास जी महाराज की अध्यक्षता में तीन दिवसीय श्रीरामचरित मानस सम्मेलन एवं रामलीला मंचन आयोजित किया गया। कार्यक्रम के अंतिम दिन दंदरौआ धाम के महंत श्रीश्री 1008 महामंडलेश्वर श्री रामदास जी महाराज ने कहा कि रामचरित मानस एक ऐसा ग्रंथ है जिसके निकट आते ही मनुष्य के सभी दुख दूर हो जाते हैं।
उन्होंने कहा कि पिता की आज्ञा का पालन करने से मनुष्य को धर्म की प्राप्ति होती है। माता की सेवा करने से मनुष्य को लक्ष्मी की प्राप्ति होती है। भाइयों से मिलकर चलते हैं तो सफलता की प्राप्ति होती है। मनुष्य का जीवन बिना सत्संग के नहीं चल सकता है, सत्संग से हमें धर्म पर चलने की प्रेरणा मिलती है, सत्संग का अर्थ है सभी मनुष्य मिलकर चलें। महाराज जी ने कहा कि संतों एवं गुरुओं की सेवा करने से मनुष्य को मोक्ष की प्राप्ति होती है। सम्मेलन में बाहर से आए हुए विद्वानों डॉ. प्रभाकर दुबे, अयोध्या धाम, पं. अवध किशोर रामायणी दतिया, राधा बहन अयोध्या धाम ने प्रवचन किए। मंच संचालन डॉ. ओमप्रकाश शास्त्री दंदरौआ धाम ने किया। इस मौके पर अशोक मुदगल, जलज त्रिपाठी, सुरेश ढमोले, रामनिहोर जोशी, केसी जोशी, अभिषेक शास्त्री, कृष्णा बौहरे, सत्यम तिवारी, बालकृष्ण डोंगरा, सहित अनेक ग्रामवासी उपस्थित रहे।