गौ एवं संत सेवा ही है सच्ची भक्ति : दंदरौआ सरकार

भिण्ड, 29 जनवरी। खेरापति आश्रम ग्राम मेहदोली चल रहे त्रिदिवसीय सनातन वैदिक हिन्दू धर्म संत सम्मेलन में अंतिम दिन महामण्डलेश्वर श्री रामदास जी महाराज ने कहा कि जब तक प्रत्येक हिन्दू के घर में गौमाता नहीं होगी, तब तक वह सच्चा हिन्दू नहीं है। क्योंकि हमारे सद्ग्रंथों में गौ और संतों की बहुत महिमा है, हम सबका दायित्व है गौ, संतों का आदर करें।


आचार्य कुंजबिहारी बरुआ ने कहा कि आज के युवाओं को सद्ग्रंथों के साथ-साथ चन्द्रशेखर, भगत सिंह आदि का भी इतिहास पढऩा चाहिए। क्योंकि राष्ट्र को जीवन समर्पित करने वाले महापुरुष आज भी हमें प्रेरणा देते हैं। उनके पद चिन्हों पर चलकर ही अच्छे हिन्दुस्तान का हम निर्माण कर सकते हैं। श्री प्रज्ञाचक्षु ने कहा कि हम काम करते रहे पर भगवान का नाम नहीं भूले। श्री सीताराम शरण जी ने कहा कि जहां भक्ति होती है वहां भगवान आते हैं, इसलिए हम भगवान का नाम भक्ति के साथ लें। बाल विदुषी कृष्णा ने भी अपने प्रवचन दिए। मंच संचालन वासुदेव शास्त्री ने किया। कार्यक्रम में भव्य राम आरती हुई एवं अंत में विशाल संत भंडारे का आयोजन हुआ। जिसमें आस-पास के क्षेत्र के हजारों लोग शामिल हुए।