भिण्ड, 02 जनवरी। चंबल संभाग की धर्मनगरी भिण्ड मेें मेला परिसर निराला रंग विहार में 14 वर्षों बाद नवनिर्माण एवं जीर्णोद्धार हेतु श्री 1008 मज्जिनेन्द्र आदिनाथ जिनबिंब पंचकल्याणक प्रतिष्ठा एवं गजरथ महोत्सव एवं विश्वशांति महायज्ञ का भव्य आयोजन गणाचार्य विराग सागर महाराज ससंघ पिच्छि एवं मप्र शासन के राजकीय अतिथि मेडिटेशन गुरू विहसंत सागर महाराज के निर्देशन में 13 से 17 जनवरी तक आयोजित होने जा रहा है।
जानकारी देते हुए मनोज जैन ने बताया कि वर्तमान में साक्षात् तीर्थंकर भगवान का समोशरण हमारे पास नहीं है, लेकिन इतना जरूर हमारे पास है कि हम आज भी जिनालय में समोशरण की जिनबिंब में तीर्थंकर देव की स्थापना करके अपने कर्मों का प्रक्षालन कर सकते हैं। अरहंत शासन में जिनबिंब सम्यक दर्शन में निमित्त कारण माना गया है, सो उन पवित्र जिनबिंबों का शमन करके सम्यकत्व को उपलब्ध हो सके ऐसे प्रांजल भावों की भिण्ड नगर में पंचकल्याणक प्रतिष्ठा महामहोत्सव एवं गजरथ महोत्सव का आयोजन गणाचार्य विराग सागर महाराज के ससंघ 50 मुनिराज एवं आर्यिकाओं के ससंघ सानिध्य में एवं विहसंत सागर महाराज के पावन सानिध्य में होने जा रहा। जिसमें 13 जनवरी को गर्भ कल्याणक, 14 जनवरी को जन्म कल्याणक, 15 जनवरी को तप कल्याणक, 16 जनवरी को ज्ञान कल्याणक, 17 जनवरी को मोक्ष कल्याणक एवं गजरथ महोत्सव का भव्य आयोजन होगा। जिसमें दो हाथी रथ को खीचेंगेें, उस रथ में भगवान को सवार कर पांडाल की सात परिक्रमा लगाएंगें। कार्यक्रम में बने पात्र उस गजरथ में बैठकर परिक्रमा लगाएंगें।
मेडिटेशन गुरू का आगमन आज
गणाचार्य विराग सागर महाराज के शिष्य मेडिटेशन गुरू विहसंत सागर महाराज, मुनि विश्वसूर्य सागर महाराज पिछले तीन दिनों से मेहगांव के जैन मन्दिर में विराजमान हैं। रविवार की दोपहर एक बजे विहार करके अतिशय क्षेत्र पहुंचेंगे, वहां पर रात्रिकालीन विश्राम करके सोमवार को 10 बजे भिण्ड नगर के लिए विहार करते हुए दोपहर एक बजे नगर में मंगल प्रवेश करेंगे।