मयूरवन नरिया पर किया गया मीसाबंदियों एवं पत्रकारों का सम्मान

मिहोना, 26 जून। सन 1975 में 25 जून को संघ पर प्रतिबंध लगाकर स्वयं सेवकों को एवं कार्यकर्ताओं को आपातकाल लगाकर उन्हें जेल में डाल दिया गया, यह कृत्य कांग्रेस की तत्कालीन प्रधानमंत्री श्रीमती इन्दिरा गांधी द्वारा किया गया। उनके द्वारा सरेआम लोकतंत्र की हत्या की गई, जिसमें कई क्रांतिकारियों ने तत्कालीन प्रधानमंत्री तथा उनकी सरकार का डटकर विरोध किया। परिणाम स्वरूप ऐसे क्रांतिकारियों पर मीसा लगाकर उन्हें जेल की सलाखों के भीतर कर दिया गया। ऐसे ही वीर योद्धा चार बार विधायक रहे वरिष्ठ भाजपा नेता रसाल सिंह एवं नवल किशोर मिश्रा आलमपुर तथा हरिशंकर सिंह को शाल श्रीफल अंग वस्त्र एवं मिष्ठान भेंट कर उन्हें सम्मानित किया गया। इस अवसर पर मीसा बंदियों ने उपस्थित सभी कार्यकर्ताओं को अपने अनुभव साझा किए।
प्रदेश कार्यसमिति सदस्य रोमेश महंत एवं वरिष्ठ साहित्यकार हरीबाबू निराला ने मीसाबंदी घटना पर प्रकाश डाला। संचालन नंदराम बघेल एवं आभार प्रदर्शन नगर परिषद मिहोना के पूर्व अध्यक्ष संतोष बोहरे ने किया। मंचासीन अतिथियों में रामकुमार महते (पूर्व अध्यक्ष नगर परिषद लहार) कैलाश गुप्ता (एडवोकेट) थे। इस मौके पर योगेन्द्र सिंह उर्फ पप्पू भैया, जबर सिंह कुशवाह लहार, विकास बोहरे मिहोना, दीपक सिंह सरपंच इमलाहा, देवेन्द्र उपाध्याय, अनूप त्यागी, मनोज शास्त्री, अरविंद दुबे, संजीव नायक, संजीव चौधरी, रामकिशोर शास्त्री, अनित शर्मा आलमपुर, मोनू चौधरी, मुन्ना शुक्ला, विनय शर्मा, अनिल बोहरे, इन्द्रसेन सोनी, वीरेन्द्र सिंह यादव, रुद्रप्रताप सिंह चौहान, रामचंद्र सोनी, नीतू सिरोठिया, अमित चक्र, मुकेश चक्र, मोहन सिंह, अमित पाराशर, पप्पू खान, छोटू कुशवाहा आदि थे।