एसडीएम ने किया स्कूलों एवं छात्रावास का निरीक्षण
भिण्ड,लहार 12 जून:- अनुविभागीय दंडाधिकारी विजय सिंह यादव एवं नायाब तहसीलदार जगन कुशवाह स्कूल व छात्रावासों के निरीक्षण पर निकले। इस दौरान अफसर शासकीय माध्यमिक स्कूल भटपुरा पहुंचे, जहां 11:00 बजे स्कूल में ताला लटका हुआ था। सभी शिक्षक नदारत मिले। स्कूल में पदस्थ कुल पांचो शिक्षक महेंद्र सिंह, संध्या समाधिया, अरुणा कुमारी चौहान, अनुपम मिश्रा, ऋचा शुक्ला सभी अनुपस्थित पाए गए। एसडीएम ने इन सभी शिक्षकों की दो – दो वेतन वृद्धियां रोकने के निर्देश दिए। जब एसडीएम तिगरा खुर्द स्कूल पहुंचे तो यहां नजार ही कुछ और था। स्कूल बिल्डिंग के आसपास झाड़ियां व घास, फूस था और गंदा पानी से भरा हुआ था। यहां पदस्थ दो शिक्षक उत्तम सिंह कुशवाहा एवं मनोज चौधरी महीनों अनुपस्थित मिले। उनकी पढ़ाने में कोई रुचि नहीं मिली। एसडीएम ने दोनों लापरवाह शिक्षकों को तत्काल प्रभाव से निलंबित करने के लिए पत्र कलेक्टर को लिखा है। सवाल यह है कि क्या देख रहे हैं संकुल प्राचार्य विकासखंड शिक्षा अधिकारी, ब्लॉक स्त्रोत समन्वयक एवं सीएसी तिगरा खुर्द विद्यालय में यदि बच्चे दर्ज नहीं है, तो ऐसी स्थिति में संकुल प्राचार्य, विकासखंड शिक्षा अधिकारी, सीएसी की जिम्मेदारी बनती है कि वह ऐसे शिक्षकों को अन्य विद्यालय में पदस्थ करें। जहां शिक्षकों की कमी है। इस मामले में एसडीएम ने ऐसे लापरवाह शिक्षकों से जवाब प्राप्त होने के बाद कलेक्टर पत्र लिखेंगे।
अनुसूचित जाति छात्रावास आलमपुर का किया निरीक्षण
एसडीएम आलमपुर अनुसूचित जाति छात्रावास पहुंचे, जहां उन्होंने कल 50 सीटर छात्रावास में 10 बच्चे ही दर्ज मिले। जिस पर उन्होंने नाराजगी व्यक्त करते हुए छात्रावास अधीक्षक को निर्देश दिए कि स्कूलों में संपर्क कर यथा संभव सीटें भरें, ताकि बच्चों को शिक्षण और आवास का लाभ दिया जा सके।
छात्रावास को प्राप्त हुई सामग्री का स्टॉक का मिलान
बड़ी मात्रा में सभी अनुसूचित जाति छात्रावासों को छात्र उपयोगी सामग्री जिनमें गद्दे, चादर, तकिया कंबल, पंखे, जग, कढ़ाई, लोटे इत्यादि उपलब्ध कराए गए हैं। स्टॉक पंजी से एसडीएम ने मौके पर सभी सामग्रियों का मिलान किया एवं निर्देश दिया कि बच्चों को आवश्यकता अनुसार बेहतर सामाग्री प्रदाय की जाए एवं समस्त सामग्री हमेशा हॉस्टल के निर्धारित स्थल पर उपलब्ध रहनी चाहिए।
बच्चों के दिए जाने बाले भोजन को टेस्ट किया
एसडीएम ने छात्रावास में मीनू अनुसार बच्चों को दिए जाने वाले भोजन को चेक किया। भोजन में दाल रोटी बच्चों दी गई थी। बच्चों ने बताया भोजन नाश्ता ठीक मिलता है। नायब तहसीलदार जगन कुशवाहा ने जब भोजन को टेस्ट किया तो रोटियां कच्ची थीं। जिनमें कर्मचारियों को निर्देशित किया की रोटियां की गुणवत्ता को और बेहतर करें।