भारत विकास परिषद ने स्थापना दिवस पर किया भोजन वितरण

भिण्ड, 11 जुलाई। भारत विकास परिषद के 62वे स्थापना दिवस के अवसर पर बुधवार को शाखा भिण्ड द्वारा सेवा कार्य के अंतर्गत शहर के गणेश मन्दिर पर संतजन एवं गरीब लोगों को भोजन वितरण किया गया। परिषद के सदस्यों ने स्थापना दिवस की बधाई देते हुए एक दूसरे को मिठाई खिलाई।
इस अवसर पर भारत विकास परिषद के प्रति संयोजक डॉ. हिमांशु बंसल ने कहा कि सेवा कर हमेशा समाज में प्रेरणा का कार्य करती है। आज मानव सेवा सबसे बड़ी सेवा है। समाज में प्रमुख रूप से जनसेवा पुनीत कार्य करना ही भारत विकास परिषद का मूल उद्देश्य है। भारत विकास परिषद एक सेवा एवं संस्कार उन्मुख गैर राजनैतिक, सामाजिक एवं सांस्कृतिक स्वयं सेवी संस्था है, जो मानव-जीवन के सभी क्षेत्रों में भारत के सर्वांगीण विकास के लिए समर्पित है। उन्होंने बताया कि इसका लक्ष्य वाक्य-स्वस्थ, समर्थ, सुसंस्कृत भारत है। स्वामी विवेकानंद के जन्म शताब्दी के अवसर पर 12 जनवरी 1963 में नागरिक समिति की स्थापना की गई थी ताकि चीनी आक्रमण का प्रतिकार किया जा सके। बाद में इसी का नाम भारत विकास परिषद रखा गया। 10 जुलाई 1963 को सोसाइटीज पंजीकरण अधिनियम, 1860 के अंतर्गत इसका पंजीकरण हुआ।
उन्होंने कहा कि यह परिषद स्वामी विवेकानन्द के आदर्शों एवं शिक्षाओं पर चलती है। भारत विकास परिषद संस्कार, सेवा, संपर्क, परियोजना के द्वारा समाज का सेवा करती है। परिषद द्वारा बच्चों, युवाओं, परिवार, वरिष्ठ नागरिक के लिए विकास कार्यक्रम चलाती है। जिसमें प्रमुख राष्ट्रीय समूह गान प्रतियोगिता, भारत को जानो, गुरूवंदन छात्र अभिनंदन कार्यक्रम, बाल संस्कार शिविर, राष्ट्रीय संस्कृत गीत प्रतियोगिता, युवा संस्कार शिविर, परिवार संस्कार शिविर, सेवा कार्य आदि। इस अवसर पर शाखा उपाध्यक्ष जयप्रकाश शर्मा, शाखा सचिव राजमणि शर्मा, अजय बसेडिय़ा, अनिल शर्मा वकील, विनोद दूरवार, गिरजेश बुधोलिया, मनोज सेंथिया, अश्वनी दण्डोतिया, सोनू सैंथिया सहित गणमान्य जन उपस्थित रहे।