प्रजापति समाज का प्रतिभा सम्मान समारोह आयोजित
भिण्ड, 20 अगस्त। आदर्श प्रजापति समाज के प्रतिभाशाली बच्चों का सम्मान करना बडे गौरव की बात है। बच्चे भगवान का दूसरा रूप होते हैं, यह सम्मान उनका हौसला बढाता है और बच्चों के मन में अच्छा करने की भावना जागृत होती है। यह बात शहर के निराला रंग बिहार में आयोजित आदर्श प्रजापति समाज सुधार समिति के द्वारा आयोजित मेधावी छात्र-छात्राओं के सम्मान समारोह में मुख्य अतिथि उप्र सरकार के कारावास एवं होमगार्ड मंत्री धर्मवीर प्रजापति ने कही। कार्यक्रम में मंचासीन अतिथियों में पूर्व सांसद डॉ. रामलखन सिंह कुशवाह, प्रहलाद प्रजापति, विधायक प्रतिनिधि सुनील बाल्मीकि, शिवप्रसाद गोला प्रजापति, ओमप्रकाश अग्रवाल बाबूजी, डॉ. रामबिहारी प्रजापति, रमेश प्रजापति, विद्याराम प्रजापति, दिलीप प्रजापति, जगराम प्रजापति, मुन्नीलाल प्रजापति, सोनीराम प्रजापति, भैयालाल प्रजापति, हरज्ञान प्रजापति, रामौतार प्रजापति, रामबाबू प्रजापति, दिनेश प्रजापति, संतोष प्रजापति, पूरन प्रजापति, कल्याण प्रजापति ने मुख्य अतिथि के साथ दीप प्रज्वलन कर कार्यक्रम की शुरुआत की।
उन्होंने अपने उदबोधन में कहा कि समाज ही शक्ति है, आज के समय में समाज को संगठित करना आवश्यक है, क्योंकि अगर समाज संगठित नहीं होगा तो समाज विकास भी नहीं कर पाएगा। समाज के विकास के लिए एकजुट होना आवश्यक है। आज माता-पिता की जवाबदारी है कि अपने बच्चों को अच्छे संस्कार दें। हम लोगों को उस चींटी से भी सबक लेना चाहिए, जो पहाड पर चढने की कोशिश करती है, लेकिन लगातार गिरती रहती है। जिसके बाद भी उसका आत्मविश्वास नहीं डगमगाता है और आखिर में वह पहाड पर चढ जाती है। जिससे उसकी जीत होती है। जो ठान लिया जाए, वो अवश्यसंभावी बन जाता है।
मुख्य अतिथि मंत्री धर्मवीर प्रजापति ने कहा कि आज के युग में महिलाएं भी पुरुषों के साथ बराबरी से चल रही हैं। महिला शक्ति ही देश की असली शक्ति है। पुरुष वर्ग भी महिलाओं की शक्ति को अब जान गया है। हमारे समाज में कहा जाता है कि लडके और लडकियां एक समान हैं, परंतु व्यवहारिक रूप में लोग इसे अपने पर लागू नहीं करते हैं। कुछ अपवादों को छोड दिया जाए तो आज भी हमारे समाज के बहुसंख्य परिवारों में यही धारणा है कि उन्हें एक अच्छी बहू तो चाहिए। पर जब अपने घर में बेटी जन्म लेती है तो ऐसा प्रतीत होता है कि दुनिया भर का बोझ उनके यहां ही आ गया हो। अपने ही माता-पिता बेटियों के दुश्मन बन जाते हैं। बचपन से ही उनके साथ भेदभाव शुरू हो जाता है। इस युग में एक अच्छे और बेहतर समाज की कल्पना तभी की जा सकती है जब बेटे और बेटियों मे भेद-भाव को मिटा दिया जाए।
आज बेटियां किसी भी कार्यक्षेत्र में पीछे नहीं
उन्होंने कहा कि आज बेटियां किसी भी कार्यक्षेत्र में पीछे नहीं हैं। चाहे वह खेल हो, कुश्ती, डॉक्टर, वकील, साइंटिस्ट, पायलट, टीचर, पुलिस अफसर आदि। वह घर, परिवार और आफिस तीनों को बखूबी संभाल रही हैं। लेकिन फिर भी घर, परिवार, ऑफिस और समाज के लोग उन्हें हमेशा पीछे ही रखने की कोशिश करते हैं। आज भी ऐसे बहुत से परिवार हैं जहां बेटे ओर बेटी में भेदभाव किया जाता है।
अन्य समाज के लोग इस कार्यक्रम से लेंगे सीख
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए विधायक प्रतिनिधि सुनील बाल्मीकि ने कहा कि पहली बार भिण्ड जिले में इतना बडा आदर्श प्रजापति समाज द्वारा मेधावी छात्र-छात्राओं का सम्मान समारोह का कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम से अन्य समाज के लोगों को सीख मिलेगी। उन्होंने बताया कि विगत दिनों प्रजापति समाज द्वारा कुछ मांगों को लेकर एक ज्ञापन दिया था, जिसको ध्यान में रखकर हम भिण्ड नगर पालिका की तरफ से करीब 20 लाख रुपए की लागत से एक सामुदायिक भवन प्रजापति समाज को देने का काम करेंगे।
सम्मान करने से बढता है बच्चों का मनोबल : गोला
इस मौके पर डिप्टी कमिश्नर शिवप्रसाद गोला ने कहा कि बच्चों का सम्मान करने से उनका मनोबल बढता है, जिससे वह अपने माता-पिता के अलावा पूरे समाज का नाम रोशन करते हैं, इसलिए बच्चों का सम्मान अवश्य करना चाहिए बच्चों का समान होने से छोटे बच्चों में भी शिक्षा की ओर मनोबल बढता है।
45 बच्चों को किया सम्मानित
आदर्श प्रजापति समाज द्वारा रविवार को मेधावी छात्र-छात्राओं का सम्मान समारोह आयोजित किया। जिसमें 45 बच्चों को प्रमाण पत्र, मेडल और सील्ड देकर सम्मानित किया। कार्यक्रम हजारों की संख्या में लोगों की भीड रही।