घायलों को गंभीर हालत में उपचार हेतु किया ग्वालियर रैफर
भिण्ड, 10 जून। जिले के गोरमी थाना क्षेत्र के दले का पुरा गांव में शनिवार की सुबह करीब सात बजे खाना बनाते समय गैस सिलेण्डर में आग लगने से विस्फोट हो गया। जिससे वहां मौजूद तीन बच्चों की मौत हो गई एवं अन्य चार लोग आग की लपटों से झुलस गए। जिनको गंभीर अवस्था में उपचार हेतु ग्वालियर रैफर किया गया है। जिस घर में हादसा हुआ, वहां परिवार में छोटे बेटे की शादी की तैयारियां चल रही थीं। धमाका इतना तेज था कि मकान की छत उड़ गई।
जानकारी के मुताबिक दले का पुरा गांव में रहने वाले अखलेश कड़ेरे पुत्र रुस्तम उम्र 45 वर्ष के घर शनिवार की सुबह गंभीर हादसा हो गया। अखिलेश के छोटे बेटे सतेन्द्र का 17 जून को लगुन-फलदान आना था। 22 जून को लहार के कीरतपुरा में बारात जानी है। परिवार में शादी की तैयारियां चल रही थीं। पूजा भी चार साल की बेटी परी के साथ मायके आई थी। उसका ससुराल ग्राम खिरला, थाना बाह जैतपुरा (आगरा) में है। घर के अंदर अखिलेश की बहू मीरा सुबह के समय चाय-नाश्ता बना रही थी। अखिलेश की पत्नी विमला उम्र 43 वर्ष, बहू मीरा पत्नी अरविन्द उम्र 27 वर्ष और अरविन्द के दो बच्चे भावना और कार्तिक घर में ही मौजूद थे। घर के अंदर गैस सिलेण्डर रखे हुए थे और खाना बन रहा था, तभी सिलेण्डर से गैस लीक हो गई और घर में आग लग गई। इससे अरविन्द की छह साल की बेटी भावना, चार साल का बेटा कार्तिक और पूजा की चार साल की बेटी परी की इस आग में जलकर मौत हो गई। इसके अलावा अखिलेश एवं उसकी पत्नी विमला और उसकी लडक़ी पूजा एवं अखिलेश की बहू मीरा आग में बुरी तरह झुलस गए, जिन्हें उपचार के लिए अस्पताल पहुंचाया गया है। इनमें दो महिलाओं की हालत गंभीर होने के कारण उन्हें इलाज के लिए ग्वालियर रैफर किया गया है। सूचना मिलते ही गोरमी थाना पुलिस और एसडीओपी मेहगांव आरकेएस राठौर घटना स्थल पर पहुंच गए और मामले की पड़ताल आरंभ कर दी है।
भिण्ड पुलिस अधीक्षक मनीष खत्री ने बताया कि शुरुआती जांच में हम यही मान रहे हैं, लेकिन घटना की विस्तृत जांच की जा रही है। फोरेसिक टीम भी छानबीन कर रही है, इसके बाद ही साफ हो जाएगा कि हादसा कैसे हुआ। पुलिस के मुताबिक घर में गैस सिलेण्डर में आग लगने से हुए विस्फोट से घर की छत भी उड़ गई। जिस कमरे में बच्चे सो रहे थे, उसमें छोटी सी किराना दुकान थी। फिलहाल यह पता किया जा रहा है कि धमाका किस वजह से हुआ। घटना की जांच के लिए फॉरेंसिक टीम को बुलाया गया है। वह भी अपने तरीके से जांच कर रही है।