भक्त केवट की जिद के आगे भगवान को भी झुकना पड़ा : मथुरा महंत

ग्राम जाखौली में राम भक्त केवट की जयंती पर कार्यक्रम आयोजित

भिण्ड, 16 मई। भगवान के प्रति अपनी अटूट आस्था रखने वाले भक्तों के आगे भगवान को भी झुकना पड़ता है। भगवान श्रीराम के परम भक्त केवट की जिद के आगे भगवान राम को भी झुकना पड़ा। यह बात ग्राम जाखोली में केवट समाज द्वारा रामभक्त केवट की जयंती पर आयोजित कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि की आसंदी से पूर्व विधायक मथुरा प्रसाद महंत ने कही। कार्यक्रम के पहले आगंतुक मेहमानों ने भक्त केवट के चित्र पर पूजा अर्चना कर माल्यापर्ण किया। इसके पश्चात केवट समाज के वरिष्ठ लोगों द्वारा विशिष्ट अतिथि मथुरा महंत, मुख्य अतिथि अशोक चौधरी, प्रभारी नवल मिश्रा का फूलमाला पहनाकर स्वागत किया गया।
उन्होंने कहा कि व्यक्ति को कर्म करते रहना चाहिए, अपने आराध्य भगवान पर अटूट विश्वास रखो यही विश्वास एक दिन भगवान को भी अपने भक्त के आगे झुकने को मजबूर कर देता है और इसके एक नहीं कई उदाहरण हमें मिलते हैं।
मुख्य अतिथि अशोक चौधरी ने कहा कि दुनिया के पालनहार मर्यादा पुरुषोत्तम प्रभु श्रीराम एवं सीता मैया को गंगा पार राम भक्त केवट ने ही कराई थी। उन्होंने कहा कि भक्त केवट की जिद के आगे प्रभु श्रीराम को भी झुकना पड़ा, भक्त केवट ने जिद की थी कि प्रभु के चरण पहले धोएंगे इसके बाद ही गंगा पार पहुंचाएंगे, भक्त केवट ने इतनी जिद की कि प्रभु श्रीराम को अपने भक्त केवट की जिद के आगे झुकना पड़ा और जब केवट ने प्रभु श्रीराम के चरण पखार लिए तभी उन्होंने अपनी नाव पर चढ़ाया था और प्रभु श्रीराम को गंगा पार पहुंचाया था। उन्होंने ने कहा कि हमें बताया गया है कि ग्राम जाखौली में केवट समाज द्वारा हर मंगलवार को भजन संध्या का कार्यक्रम होता है। चौधरी ने अपनी ओर से मंच से ही संगीत का पूरा सामान तथा माइक की व्यवस्था करने की घोषणा की और सप्ताह भर का समय मांगा।

कार्यक्रम को विधानसभा प्रभारी नवल मिश्रा ने भी संबोधित किया। कार्यक्रम के अंत में बुंदेली भजन संध्या का आयोजन भी किया गया, जिसमें उपस्थित अतिथियों ने एवं ग्रामीण जनों ने भजन संध्या का मध्य रात्रि तक आनंद लिया। कार्यक्रम में गोपीकिशन केवट, राघवराम कौरव, राजू रावत, अमित दीक्षित, धर्मेन्द्र सोनी, दीपू शुक्ला, महेन्द्र कौरव, शुभम लंबरदार, जीतू कौरव, रवि कौरव, कैलाश कुशवाह, सुमित कौरव, चंद्रप्रकाश कौरव, अरविंद परिहार, बलराम कुशवाह, छोटू महाराज, चतुर शाक्य, मंगल सिंह केवट, कोमल केवट, ब्राजू केवट सहित बड़ी संख्या में केवट समाज के लोग उपस्थित रहे।