सीमित विकल्प ही देते हैं संकल्पों को जन्म : सिसोदिया

जन अभियान परिषद ने किया स्वैच्छिक संगठनों का प्रशिक्षण आयोजित

भिण्ड, 15 अक्टूबर। हमारे पास विकल्प जब सीमित होते हैं तो हम संकल्पित होते हैं, सीमित विकल्प भी संकल्पों को जन्म देते हैं, इसलिए स्वयंसेवी संस्थाएं अपनी शक्ति को पहचानें और अपने आपको सशक्त कर समाज निर्माण में प्रमुख भूमिका निभाएं तथा शासन की योजनाओं का लाभ स्वयं भी लें और जरूरतमंदों को दिलवाएं। यह बात जन अभियान परिषद चंबल संभाग के संभागीय समन्वयक धर्मेन्द्र सिसोदिया ने स्थानीय एमजेएस कॉलेज के सभागार भिण्ड में आयोजित स्वैच्छिक संगठनों की उन्मुखीकरण कार्यशाला में कही। इस अवसर पर परिषद के जिला समन्वयक शिवप्रताप सिंह भदौरिया, समाजसेवी एवं खेल प्रशिक्षक राधेगोपाल यादव सहित स्वैच्छिक संगठन, नवांकुर संस्थाओं के प्रतिनिधि, मेंटर्स और समाजसेवी बंधु मौजूद थे।
संभाग समन्वयक सिसोदिया ने कहा कि अब समय आ गया है कि स्वयंसेवी संगठन व्यवस्थित ढंग से कार्य करें, जिससे उनके कार्यों का मूल्यांकन हो सके और उन्हें कार्य के हिसाब से समाज में प्रतिष्ठित होने का अवसर मिल सके। मप्र जन अभियान परिषद और समस्त स्वयंसेवी संस्थाओं की नोडल एजेंसी बनने जा रही है, जिससे आपके कार्यों में और कसावट आएगी। एफसीआरए और सीएसआर जैसे विषयों पर उन्होंने कहा कि हम कई कारणों से अपने दस्तावेजों का सत्यापन सही से नहीं करवाते, जिसकी वजह से जो उच्च प्रमाण पत्र हमें चाहिए होते हैं, वह नहीं मिलते, जिससे हम बड़े-बड़े प्रोजेक्ट की लेने में पीछे रह जाते हैं। इसलिए हमें अपने कार्यों का वर्गीकरण करते हुए समस्त दस्तावेजों को पूर्ण करना होगा और एक दिशा में काम करते हुए अपनी पहचान स्थापित करनी होगी।
समाजसेवी राधेगोपाल यादव ने कहा कि हमने सुना है कि एनजीओ सेक्टर केवल कमाई का सेक्टर है, लेकिन जन अभियान परिषद को एनजीओ स्वयंसेवी संस्थाओं से काम कराते हुए देखकर यह दृढ़ विश्वास हो गया है कि एनजीओ का सेक्टर विशुद्ध समाजसेवा और परोपकार का सेक्टर है, हमें अपने दस्तावेजों का सही से परीक्षण कर कैसे उपयोग करना है, यह जन अभियान परिषद के प्रशिक्षण में हम सीख सकते हैं। शासन का धन्यवाद देना चाहिए कि उन्होंने जन अभियान परिषद जैसा एक संस्थान हमें दिया है जो नित नए विषयों को लेकर हमें प्रशिक्षित करता रहता है।
जिला समन्वयक शिवप्रताप सिंह भदौरिया ने नवांकुर और एनजीओ संस्थाओं के पंजीयन उनके डीएसआर और उनकी कार्यशैली उनकी कार्यविधि आदि विषयों पर विस्तृत प्रस्तुतीकरण दिया। कार्यक्रम का संचालन विकास खण्ड समन्वयक लहार सुनील चतुर्वेदी एवं आभार प्रदर्शन विकास खण्ड समन्वयक बृजेन्द्र शर्मा ने किया। इस अवसर पर नवांकुर प्रशिक्षण में शामिल हुए प्रतिनिधियों को भी प्रमाण पत्र वितरित किए गए।