भिण्ड, 08 नवम्बर। रामकृष्ण लीला कमेटी की ओर से मालनपुर सब्जी मंडी में चल रही रामलीला के चौथे दिन राजा दशरथ के कैकई संवाद, राम वनवास का भावपूर्ण मंचन किया गया। इस दौरान राजा दशरथ कैकई संवाद के दौरान कलाकारों ने बेहतरीन अभिनय का प्रदर्शन किया। दशरथ कैकई संवाद के दौरान दासी मंथरा रानी कैकई को समझती हैं कि अगर राम को राज्य मिला तो भारत का क्या होगा, इसके बाद रानी केकई कोप भवन में चली जाती है। जिसके बाद राजा दशरथ वहां पहुंचते हैं और केकैई से कारण पूछते हैं तू रानी के कई ने राजा दशरथ को उन दो वरदानों की याद दिलाते हुए राम को ।4 वर्ष का वनवास और भारत के लिए राजपाट मांगा। केकेई के ऐसे वचन सुनकर राजा दशरथ व्यथित हो जाते हैं, वे कैकई को समझाते हैं लेकिन केकेई समझने को तैयार नहीं होती। आखिरकार रघु रघुकुल की रीत का पालन करते हुए राजा दशरथ कैकई को वचन दे देते हैं, इसके बाद राम बनवास का मंचन किया गया। वहीं दूसरी ओर राम को वनवास होने पर अयोध्या में शोक का माहौल छा गया। जिस प्रकार भगवान राम ने अपने पिता के वचन निभाने को अपने सभी सुखों का त्याग कर दिया वैसे ही विचार आज की पीढ़ी में होना चाहिए। इस लीला को देखकर सभी दर्शन मंत्र मुक्त हो गए।







