लहचूरा के किसानों के हक अधिकार की लड़ाई लड़ेगी किसान सभा

भिण्ड, 02 नवम्बर। मालनपुर क्षेत्र के पास लहचूरा, हरीरामपुर, लहचूरापुरा, बहादुरपुर, पिपरौली, माहौ आदि आस-पास के गांव के किसान वर्षों से जादौ फार्म की जमीन पर काबिज हैं और कुछ लोग अभी भी भूस्वामी हैं, कुछ लोग 2022 व 2024 तक भूस्वामी रहे हैं, बाद में उनका शासन के द्वारा नाम हटाकर शासन की मिली भगत से जादौ परिवार द्वारा जमीन को कुछ राजनीतिक संरक्षण प्राप्त भूमाफियाओं के नाम बिना कब्जा दिलाए नाम कर दी। अब शासन प्रशासन की मिली भगत से वर्षों से कागज किसानों को बेदखल करने का काम भूमाफिया कर रहे हैं। यह बात किसान नेताओं ने लहचूरा गांव के देवाले पर आयोजित बैठक में कहीं।
ज्ञात रहे कि इसी जमीन को लेकर विगत दिनों आमने-सामने चली गोलियां से एक पक्ष के एक व्यक्ति की मृत्यु हो गई थी। किसान नेताओं कहा कि अब किसानों की तरफ से कोई हथियार नहीं उठाएगा और अपनी जमीन पर मर मिटने को तैयार हैं। बैठक में यह भी तय किया गया कि सोमवार को अधिकारियों को अल्टीमेटम देकर अगर किसानों की सुधि नहीं ली गई तो 12 नवंबर से पदयात्रा निकालकर भिण्ड कलेक्ट्रेट पर अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन किया जाएगा। बैठक में मप्र किसान सभा के राज्य महासचिव अखिलेश यादव ने कहा कि काले कृषि कानून से सभी लोग प्रभावित होते हैं, लेकिन जो लोग जानते थे वह लड़े, यहां पर भी लड़ाई के अलावा और कोई रास्ता नहीं है, लड़ेंगे तो कोई रास्ता जरूर निकलेगा।
किसान सभा के भिण्ड जिलाध्यक्ष और गोहद नगर पालिका के पूर्व अध्यक्ष प्रेम नारायण माहौर ने कहा कि महाराष्ट्र में लगभग 25 लाख किसान इकट्ठा है, लेकिन पूरा महाराष्ट्र तो शामिल नहीं है, इसी तरह पूरे लोग कभी इखट्टे नहीं होते, लेकिन अधिक से अधिक किसानों की संख्या जुटाकर हम अपनी बात मनवाने के लिए मजबूर जरूर कर सकते हैं। मजदूरों की तरफ से समर्थन व्यक्त करते हुए सीटू के जिला कार्यकारी अध्यक्ष देवेन्द्र कुमार शर्मा ने भी अपने विचार व्यक्त किए। बैठक को वरिष्ठ किसान नेता राजेन्द्र सिंह कुशवाह, ग्वालियर किसान सभा के जिला उपाध्यक्ष जसविंदर सिंह ने भी संबोधित किया। इस मौके पर वीरेन्द्र सिंह कुशवाहा, सुनील माहौर, कोकसिंह, हरिशंकर शर्मा, सुल्तान सिंह बघेल, श्यामलाल कुशवाह, फूलसिंह कुशवाहा, ब्रह्मजीत सिंह, बलवीर सिंह राणा, रामप्रकाश शर्मा, दामोदर जाटव, प्रीतम कुशवाहा, केशव बघेल आदि किसान और ग्रामीणजन मौजूद थे।