– अखण्ड आंदोलन का दूसरा दिन
भिण्ड, 22 मई। ग्वालियर-भिण्ड हाईवे सिक्स लेन बनाने गौ अभ्यारण की मांग को लेकर गत 19 अप्रैल को खण्डा रोड पर आंदोलन स्थगित हो गया था। लेकिन संत समाज ने तय किया था कि अपने-अपने धार्मिक स्थानों से यह आंदोलन चलता रहेगा। उसी क्रम में मिहोनी के आस-पास के ग्रामीणों के साथ मिलकर 20 मई से शुरू हुए जनजागरण रामनाम संकीर्तन, हवन पूजन का आज दूसरा दिन था।
इस अवसर पर संत प्रवचन में स्वामी रामकिशोर दास महाराज श्रीधाम बृंदावन ने कहा कि मानव जीवन बचाने से बडा कोई धार्मिक अभियान हो ही नहीं सकता। भिण्ड जिले के संत तो मानव जीवन और गौ माता का जीवन बचाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं। अखण्ड आंदोलन कोई आंदोलन नहीं है यह एक धार्मिक अनुष्ठान है, जो ग्वालियर-भिण्ड हाईवे सिक्स लेन बनने, गौ अभ्यारण बनने के बाद ही पूर्णाहुति के बाद समाप्त होगा।
शाला हनुमान मन्दिर मिहोनी के महंत अखिल भारतीय संत समिति जिला महामंत्री राघवपुरी महाराज ने बताया कि कल को हवन है, साथ ग्वालियर-भिण्ड हाईवे के लिए संत समाज के साथ संघर्ष कर रहे सभी समाज सेवियों, पत्रकारों, वकीलों को भी सम्मानित किया जाएगा। महाराज ने सभी आमजन से गांव-गांव मन्दिरों में संध्या आरती में ग्वालियर-भिण्ड हाईवे सिक्स बनाने की अर्जी लगाने की अपील की। आंदोलन की ऊर्जा कभी व्यर्थ नहीं जाएगी यह ईश्वर का विधान है। संत समाज की बृहद बैठक भी होगी, जिसमें कोई बडा निर्णय लिया जा सकता है।